
कोरबा। एसईसीएल कुसमुंडा परियोजना में बाहर से स्थानांतरण होकर काफी संख्या में कोयला कामगार आ रहे हैं। यहां पर आवासों की भारी कमी है। जेसीसी बैठक में नए आवास बनाने की मांग करते रहे हैं। इसके लिए जमीन का अवलोकन भी किया जा चुका है। हाउसिंग कमेटी के सदस्य सोनू पटेल व राजू सोनी ने बताया कि वरिष्ठता के आधार पर कोयला कामगारों को नए आवास दिए जा रहे हैं लेकिन यह ऊंट के मुंह में जीरा के समान है। क्योंकि काफी कम संख्या में कोयला कामगार रिटायर होते हैं इसलिए नए आवास बनाना जरूरी हो गया है। एसईकेएमसी के रमेशचंद्र मिश्रा, ए.के.अंसारी के द्वारा भी आईआर बैठक में इस मामले को जोर-शोर से उठाया गया था। यही हाल गेवरा परियोजना का भी है। यहां भी बाहर से स्थानांतरण होकर कोयला कामगार आ रहे हैं। हाउसिंग कमेटी के गोपाल यादव व धरम सिंह का कहना है कि प्रबंधन को इस दिशा में और गंभीरता के साथ विचार करना होगा ताकि बाहर से आए कर्मचारियों को किसी प्रकार की परेशानी न हो।