जांजगीर। 40 प्रतिशत से अधिक ऐसे दिव्यांग जो बाहर जाने में असमर्थ रहते हैं और ऐसे बुजुर्ग जिनकी आयु 80 वर्ष या उससे अधिक है। ऐसे लोग वोट डालने के लिए यदि बूथ तक जाने में असमर्थ हैं तो उन्हें घर पर ही वोट डालने की सुविधा इस बार चुनाव आयोग ने दी। इसके लिए उन्हें मांग करनी होगी। मांगने पर उन्हें डाक मतपत्र उपलब्ध कराया जाएगा। उनसे वोट कराने के लिए चुनाव कराने वालों की टीम पहले सूचना देगी, फिर निर्धारित दिन पूरी तैयारी के साथ उनके घर जाएगी और वोट कराएगी। इस दौरान यदि वोटर नहीं मिलता तो टीम दूसरी बार सूचना देकर फिर जाएगी। दूसरी बार भी वोटर के नहीं मिलने पर फिर कोई नहीं जाएगा। विधानसभा चुनाव नवंबर व दिसंबर में होने हैं। अब इसकी उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। चुनाव आयोग द्वारा वोटर लिस्ट का अंतिम प्रकाशन 4 अक्टूबर को कर दिया गया। इसके साथ ही किसी भी दिन आदर्श आचार संहिता प्रभावी हो जाएगी इसकी संभावना बढ़ गई है। जिला निर्वाचन अधिकारी ऋचाप्रकाश चौधरी ने बताया ?कि चुनाव आयोग द्वारा जारी अंतिम सूची के अनुसार जिले के तीन विधान सभा क्षेत्रों अकलतरा, जांजगीर, पामगढ़ और विधानसभा क्षेत्र सक्ती के 80 तथा जैजैपुर के 62 बूथों को मिलाकर वोटर्स की संख्या 7 लाख 64 हजार 534 है, इनमें 3 लाख 73 हजार 548 महिला तथा 3 लाख 90 हजार 974 पुरुष हैं। विधानसभा चुनाव में जिले के 50त्न मतदान केंद्रों यानि लगभग 410 बूथों का वेबकास्टिंग की जाएगी, यानी यह केंद्र ऑनलाइन कनेक्ट रहेंगे, यहां की हर गतिविधि जिला से लेकर राज्य व नई दिल्ली के अधिकारी देख सकेंगे। इसके अलावा क्रिटिकल मतदान केंद्रों को भी चिन्हांकित किया जा चुका है। इन केंद्रों में किसी भी तरह की गड़बड़ी होने पर सीधे दिल्ली से निर्देश दिए जाएंगे। 4971 दिव्यांग और 80+ के 7381 वोटर निर्वाचन आयोग का मानना है कि उम्र ज्यादा व दिव्यांग होने की वजह से कई मतदाता घर से मतदान केंद्र तक पहुंच नहीं पाते। इस वजह से शत प्रतिशत मतदान नहीं हो पाता, इसी को ध्यान में रखकर राष्ट्रीय निर्वाचन आयोग की ओर से पहल की जा रही है कि बुजुर्ग और दिव्यांग के घरों में प्रशासन की ओर से गठित मतदान दल पहुंचेगा। जिले के 811 मतदान केंद्रों में 80 वर्ष से अधिक उम्र के 7381 तथा 4971 दिव्यांग रजिस्टर्ड हैं। कलेक्टर की बजाय एसडीएम और संयुक्त कलेक्टर को आरओ का जिम्मा भारत निर्वाचन आयोग ने इस बार कलेक्टर को रिटर्निंग आफि?सर की जिम्मेदारी से मुक्त रखते हुए, एसडीएम और संयुक्त कलेक्टर को आरओ पदस्थ कर दिया है। डीआरओ ऋचाप्रकाश चौधरी ने भी तीनों विधान सभा क्षेत्र के लिए संबंधित एसडीएम को आरओ बना दिया है। लेकिन नामांकन जमा करने के लिए अभ्यर्थियों को अनुभाग नहीं जाना पड़ेगा। कलेक्टोरेट में ही तीनों विधान सभा क्षेत्रों के लिए नामांकन की व्यवस्था की गई है। जांजगीर-चांपा विधानसभा का नामांकन कलेक्टर कोर्ट में लिया जाएगा। विधान सभा क्षेत्र अकलतरा के उम्मीदवार एडीएम कोर्ट में नामांकन जमा करेंगे वहीं पामगढ़ विधान सभा क्षेत्र के उम्मीदवार स्थापना व लाइसेंस शाखा में नामांकन जमा कर सकेंगे।