एसईसीएल दीपका के एपीएम ने जारी किया नोटिस
कोरबा। औद्योगिक जिले में एसईसीएल के दीपका क्षेत्र की माइंस से हर दिन बड़ी मात्रा में कोयला उत्पादन के साथ-साथ इसकी आपूर्ति घरेलू और व्यवसायिक उपभोक्ताओं को की जा रही है। लगातार नीत नए रिकार्ड स्थापित हो रहे हैं। इन सबके बावजूद यहां की वित्तीय स्थिति अच्छी नहीं है। हालात ऐसे हैं कि कर्मियों को जुलाई महीने का 75 प्रतिशत ओवरटाइम और संडे ड्यूटी का भुगतान रोक दिया गया है। उन्हें कहा गया है कि भुगतान प्राप्त करने के लिए कोयला कामगारों को कम से कम एक महीने प्रतीक्षा करनी होगी और तब कहीं जाकर हालात अच्छे होंगे। एसईसीएल दीपका क्षेत्र के कोयला कामगारों को इस बारे में अवगत करा दिया गया है। 31 अगस्त 2023 को दीपका क्षेत्र के क्षेत्रीय कार्मिक प्रबंधक के द्वारा जारी नोटिस संख्या एसईसीएल/मध्यप्रदेश/दीपका क्षेत्र/कार्मिक 23-1182 में एपीएम के द्वारा दीपका विस्तार परियोजना और दीपका क्षेत्र के सभी कामागारों को स्थिति की जानकारी दी गई है। इसमें कहा गया है कि माह जुलाई 2023 के 75 फीसदी ओवरटाइम और संडे ड्यूटी से संबंधित फंड की कमी बनी हुई है। इसलिए अगस्त महीने के वेतन के साथ जुलाई के अतिरिक्त मद का भुगतान करना संभव नहीं है। इस पत्र में कहा गया है कि उपरोक्त ओवरटाइम और संडे ड्यूटी का भुगतान सितंबर माह के वेतन में किया जाएगा। अर्थात सभी कामगारों को ओवरटाइम और संडे ड्यूटी से संबंधित अपने हिस्से की राशि प्राप्त करने के लिए एक महीने की प्रतीक्षा करनी होगी। आज की तारीख में कर्मियों को भुगतान नहीं हुआ है। आगामी दिनों में जब उनके खाते में वेतन पहुंचेगा तब वे इस मसले को जान सकेंगे। जानकार बताते हैं कि सामान्य तौर पर इस तरह की परिस्थितियां कोल सेक्टर में निर्मित नहीं होती। खासतौर पर कोरबा जिले के मामले में इसकी गुंजाइश नगण्य हुआ करती है। दीपका क्षेत्र में किन कारणों से फंड की कमी निर्मित हुई है, यह लोगों की जिज्ञासा का विषय बना हुआ है। वे इस संबंध में अलग-अलग स्तर से जानकारी हासिल करने के लिए उतावले बने हुए हैं ताकि कोयला उत्पादन के साथ-साथ दूसरे क्षेत्र में अपनी सक्रियता दिखाते हुए उन्हें वित्तीय मामलों के बारे में भी जानकारी हो सके।
अमित सक्सेना को दीपका की जिम्मेदारी
साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड मुख्यालय ने हाल में ही नीतिगत रूप से निर्णय लेते हुए दीपका क्षेत्र की जिम्मेदारी अमित सक्सेना को सौंपी है जो फिलहाल विश्रामपुर एरिया में काम कर रहे हैं। पूर्व सीजीएम रंजन शाह के स्थानांतरण के बाद गेवरा सीजीएम एस.के.मोहंती को दीपका का कामकाज भी देखने को कहा गया था। नई व्यवस्था के अंतर्गत दीपका को नया अधिकारी दे दिया गया है।