
बिश्रामपुर। स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट हिन्दी माध्यम विद्यालय केतका में शनिवार को विश्व ओजोन दिवस पर इसके संरक्षण को लेकर परिचर्चा का आयोजन किया गया। साथ ही बच्चों के लिए विविध प्रतियोगिता भी आयोजित किया गया। इको क्लब द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में विद्यालय प्राचार्य जेआर सांडिल्य ने ओजोन परत की महत्ता पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि ओजोन परत सूर्य से निकलने वाली पराबैंगनी किरणों को धरती पर पडऩे से रोकती है। उन्होंने कहा कि पराबैंगनी किरणों से धरती पर रहने वाले प्राणियों, पेड़-पौधों पर हानिकारक प्रभाव पड़ सकता है। इस किरण से त्वचा का कैंसर और मोतियाबिंद सहित कई गंभीर बीमारियां हो सकती है। इन विकिरणों के कारण पृथ्वी का तापमान बढऩे से जनजीवन तबाह हो सकता है। साथ ही उन्होने कहा कि ओजोन परत पृथ्वी का कवच माना जाता है। ओजोन परत से ही पृथ्वी पर जीवन संभव है। भौतिकी, जीव विज्ञान व रसायन शास्त्र के व्याख्याता आशीष और दिनेश सिंह, अरुण विश्वकर्मा ने भी इस दौरान अपने विचार मंच के माध्यम से रखा और ओजोन परत के बचाव के लिए मनुष्य द्वारा क्या कुछ किया जा सकता है। इस दौरान विद्यालय में बच्चों के लिए चित्रकला और निबंध प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसके प्रथम द्वितीय व तृतीय स्थान स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया।ओजोन परत का लाभ बिश्रामपुर। स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट हिन्दी माध्यम विद्यालय केतका में शनिवार को विश्व ओजोन दिवस पर इसके संरक्षण को लेकर परिचर्चा का आयोजन किया गया। साथ ही बच्चों के लिए विविध प्रतियोगिता भी आयोजित किया गया। इको क्लब द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में विद्यालय प्राचार्य जेआर सांडिल्य ने ओजोन परत की महत्ता पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि ओजोन परत सूर्य से निकलने वाली पराबैंगनी किरणों को धरती पर पडऩे से रोकती है। उन्होंने कहा कि पराबैंगनी किरणों से धरती पर रहने वाले प्राणियों, पेड़-पौधों पर हानिकारक प्रभाव पड़ सकता है। इस किरण से त्वचा का कैंसर और मोतियाबिंद सहित कई गंभीर बीमारियां हो सकती है। इन विकिरणों के कारण पृथ्वी का तापमान बढऩे से जनजीवन तबाह हो सकता है। साथ ही उन्होने कहा कि ओजोन परत पृथ्वी का कवच माना जाता है। ओजोन परत से ही पृथ्वी पर जीवन संभव है। भौतिकी, जीव विज्ञान व रसायन शास्त्र के व्याख्याता आशीष और दिनेश सिंह, अरुण विश्वकर्मा ने भी इस दौरान अपने विचार मंच के माध्यम से रखा और ओजोन परत के बचाव के लिए मनुष्य द्वारा क्या कुछ किया जा सकता है। इस दौरान विद्यालय में बच्चों के लिए चित्रकला और निबंध प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसके प्रथम द्वितीय व तृतीय स्थान स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया।