
पामगढ़। स्कूल मार्ग से स्थित शासकीय शराब दुकानों को हटाने की मांग को लेकर बीजेपी महिला नेत्री मंजूलता टंडन बुधवार को आमरण अनशन में बैठ गई। आमरण अनशन में बैठने के संबंध में उनके द्वारा गत 7 अगस्त को जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर चेतावनी दी थी जिस पर किसी तरह पहल नहीं होने से पामगढ़ में एसडीएम कार्यालय के पास अनशन शुरु कर दिया। गौरतलब है कि पामगढ़ से जांजगीर मार्ग पर अंग्रेजी व देशी शराब दुकान संचालित है। इस मार्ग पर महज 200 मीटर की दूरी पर छग ज्ञान ज्योति उमावि, कर्मफल अंग्रेजी माध्यम पब्लिक स्कूल, संत शिरोमणी कॉलेज, देल्ही मार्थोमा पब्लिक स्कूल और मुख्यमंत्री डीएव्ही हायर सेकेंडरी स्कूल संचालित है। ऐसे में इन मार्ग से होकर स्कूल-कॉलेज आने जाने वाले स्कूली बच्चों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। आए दिन शराबियों के द्वारा लड़ाई-झगड़े जैसी स्थिति यहां पर निर्मित होती रहती है। इसके चलते न केवल स्कूली बच्चों बल्कि आम राहगीरों और महिलाओं को भी यहां से गुजरते समय डर सताते रहता है कि कोई अप्रिय घटना उनके साथ न घट जाए। इसी तरह की स्थिति राहौद शासकीय शराब दुकान के चलते भी बनी हुई है। दोनों शराब दुकानों को हटाने की मांग को लेकर बीजेपी नेत्री मंजूलता टंडन के द्वारा कलेक्टर और पामगढ़ एसडीएम को ज्ञापन सौंपा गया था लेकिन कार्रवाई नहीं होने पर बुधवार 23 अगस्त को आमरण अनशन पर बैठ गई। इस दौरान पंडाल में बड़ी संख्या में स्कूली बच्चों ने भी पहुंचकर उनका समर्थन किया। अनशन की जानकारी मिलते ही मौके पर राहौद नायब तहसीलदार विभोर यादव, पामगढ़ नायब तहसीलदार पुष्पेंद्र सिंह राज, थाना प्रभारी पामगढ़ राकेश सूर्यवंशी वहां पहुंचे और समझाइए देते हुए आमरण अनशन खत्म करने की बात कही, लेकिन मंजूलता टंडन अपने मांगों पर अड़ी रही। उन्होंने कहा कि ठोस लिखित आश्वासन जब तक नहीं मिल जाता तब तक आमरण अनशन पर बैठी ही रहूंगी।