प्रतापपुर। गुरुवार की रात शराब के नशे में मदहोश ग्रामीण हाथी के नजदीक पहुंच गया। हाथी ने उसे कुचल कर मार डाला। घटना के समय हाथी घर में तोडफ़ोड़ कर रहा था।
बुधवार को एक नर दंतैल हाथी वन परिक्षेत्र राजपुर के रेवतपुर से विचरण करते हुए वन परिक्षेत्र प्रतापपुर के परिसर करसी के कक्ष क्रमांक आरएफ 50 के वन क्षेत्र में आकर डटा हुआ था। इसी बीच गुरूवार की रात दस बजे यह नर दंतैल नवाडीह के लंगड़ाडांड़ में मौजूद ग्रामीणों की बस्ती में पहुंच गया। बस्ती में पहुंचकर एक के बाद एक ग्रामीणों के घरों को क्षतिग्रस्त करने लगा। वन विभाग ग्रामीणों को मुनादी के माध्यम से दंतैल के बस्ती की ओर आने की जानकारी पहले ही दे चुका था। जानकारी मिलते ही ग्रामीण अपने अपने घरों से सुरक्षित बाहर निकल चुके थे। इधर मौके पर मौजूद वन विभाग की टीम व हाथी मित्र दल रेंजर उत्तम मिश्रा की अगुवाई में लगातार हाथी को बस्ती से बाहर खदेडऩे का प्रयास कर ही रहे थे कि तभी सरहरी गांव का रहने वाला शेषमन (40) जो कि दो तीन वर्षों से अपनी बहन के यहां नवाडीह में रह रहा था। वह मना करने के बावजूद रात पौने बारह बजे के लगभग शराब के नशे में धुत्त होकर उस स्थान पर पहुंच गया जहां नर दंतैल घरों को तोड़ रहा था। इसी दौरान दंतैल चिंघाड़ लगाते हुए आक्रामक मुद्रा में उसकी ओर बढऩे लगा। उसने भागने का प्रयास किया। पर नशे में होने के कारण वह भाग नहीं सका। दंतैल ने उसे अपनी चपेट में लेते हुए सूंड़ में लपेटकर नीचे पटका और पैरों से कुचल दिया जिसके कारण घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई। शुक्रवार तडक़े चार बजे रेंजर उत्तम मिश्रा व वन अमला प्रतापपुर पुलिस की मदद से मृतक के क्षतविक्षत शव को लेकर प्रतापपुर पहुंचे। जहां शव को शव विच्छेदन गृह में रखवा दिया। सुबह होने पर पोस्टमार्टम व थाने में मर्ग कायमी की प्रक्रिया पूर्ण करा शव स्वजनों के सुपुर्द कर उन्हें तात्कालिक सहायता राशि के रूप में पच्चीस हजार रुपये नगद प्रदान किए। शराब सेवन कर लेने के कारण शेषमन होश में नहीं था। इसीलिए ग्रामीणों द्वारा मना करने के बावजूद वह दंतैल के नजदीक पहुंचा था। जिसके बाद दंतैल ने उसे अपनी चपेट में लेकर मार डाला।
बता दें कि इससे पहले भी कई ग्रामीण शराब के नशे में जंगली हाथियों के नजदीक पहुंचने की हिम्मत कर अपने प्राण गंवा चुके हैं। उप वन मंडलाधिकारी आशुतोष भगत ने बताया कि वन परिक्षेत्र प्रतापपुर में पांच हाथियों का दल सक्रिय है। फिलहाल यह दल वन क्षेत्र धरमपुर के दलदली के कक्ष क्रमांक 19-20 में प्रवेश कर विचरण कर रहा है। इस दल के खोरमा, कैराडांड़, सिंघरा, भरदा, गौरा, धरमपुर, मदननगर व गणेशपुर की ओर जाने की संभावना बनी हुई है। वन विभाग की टीम व हाथी मित्र दल मुनादी के माध्यम से ग्रामीणों को लगातार सचेत करने में लगे हुए हैं।