तीन दमकलों के सहारे एक घंटे में हुआ नियंत्रण, भारी नुकसान
कोरबा। शहर के मुख्य मार्ग पर एक बार फिर आगजनी की बड़ी घटना हुई। कई वर्षों से संचालित एक कपड़ा दुकान इसकी चपेट में आने के साथ बर्बाद हो गया। आनन-फानन में रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। तीन दमकलों के माध्यम से एक घंटे में आग बुझाई जानी संभव हो सकी। अग्निशमन विभाग का एक कर्मी इस दौरान कांच लगने से जख्मी हुआ है। घटना में दुकान संचालक को लंबा नुकसान हुआ। वास्तविक आंकलन करना बाकी है।मध्य रात्रि से पहले यह घटना कोतवाली थाना क्षेत्र के अंतर्गत पुराना बस स्टैंड इलाके में संचालित डिलाइट क्लाथ सेंटर में हुई। सुरजित सिंह गुलाटी का परिवार इसका संचालक है। रविवार को अवकाश दिवस होने पर अन्य दिनों की तुलना में व्यवसाय अपेक्षाकृत ज्यादा हुआ। दिन भर कारोबारी और उसका स्टाफ व्यस्त रहे। प्रार्थी 10 बजे के लगभग दुकान में व्यवसायिक गतिविधियां थमीं और उसके बाद सामान को व्यवस्थित करने का क्रम शुरू हुआ। लगभग एक घंटे पश्चात् शटर ऑफ कर संचालक अपने घर को रवाना हुआ। उसके कुछ देर में ही उसे एक व्यक्ति से जानकारी हुई कि दुकान में आग लग गई है। पता चलने पर गुलाटी यहां पहुंचा। खबर आम होने पर और भी लोग मौके पर पहुंच गए थे। देखते-देखते आग का विस्तार हुआ। अगली सूचना पर पुलिस और अग्रिशमन विभाग की टीमें यहां पहुंची। सैकड़ों की संख्या में नागरिकों की उपस्थिति हुई कि यहां हुआ क्या है और इस पर नियंत्रण के लिए क्या कुछ होने वाला है। बताया गया कि दुकान के भीतर अलग-अलग वेरायटी के कपड़ों से लेकर बरसात के सीजन के प्लास्टिक के सामान भी मौजूद थे। आग ने इन्हें अपने दायरे में लेने के साथ विकराल रूप धारण कर लिया। भूतल और पहली मंजिल में लगी आग ने जिस तरह से तस्वीर बनाई उससे आसपास के पूरे इलाके में डर का माहौल व्याप्त हो गया। अगल-बगल के दुकानों के संचालक इस बात से भयभीत रहे कि कहीं उन्हें भी नुकसान न हो जाए। पूर्व मंत्री सहित नागरिक रहे मौजूद
आपात स्थिति में पड़ोसी और परिचित ही खड़े रहते हैं ताकि पीडि़त पक्ष को हिम्मत मिल सके। डिलाईट क्लाथ के संचालक को व्यवसायिक नुकसान होने की खबर मिलने पर प्रदेश के पूर्व केबिनेट मंत्री जयसिंह अग्रवाल, पूर्व महापौर जोगेश लांबा, जिला भाजपा कोषाध्यक्ष गोपाल मोदी, बीएमओ डॉ. दीपक राज सहित काफी संख्या में गणमान्य नागरिक यहां पहुंचे। आगजनी के नियंत्रित होने तक उन्होंने यहां उपस्थिति दर्ज कराई।
संसाधनों का मिला साथ
भीषण आगजनी की इस घटना को थामने के लिए स्थानीय स्तर पर उपलब्ध अग्निशमन संसाधनों का फौरी तौर पर साथ मिला। आपदा प्रबंधन, सीएसईबी और एसईसीएल की दमकल यहां मौजूद रहीं। इनके माध्यम से कर्मियों ने घटना स्थल पर पानी व लिक्विट के जरिए आग को रोकने का प्रयास किया। लगभग एक घंटे तक लगातार की गई कोशिश से आग को बुझा लिया गया।
अग्निकांड के बाद भी सबक नहीं
औद्योगिक नगर में पिछले वर्षों में दादूराम हार्डवेयर और कमर्शियल काम्प्लेक्स टीपी नगर में बड़ी अग्नि दुर्घटनाएं हुई हैं जिनमें व्यापक नुकसान हुआ। इन मामलों में शार्ट सर्किट और दूसरे कारण सामने आए। उपभोक्ताओं को सलाह दी जाती रही है कि अपने संस्थानों में कामकाज के बाद मेन स्वीच ऑफ किया जाए। इसके अलावा ट्रिपर लगाना भी उचित होगा। इसकी उपेक्षा हो रही है।