नईदिल्ली, २६ अगस्त । भोपाल मंत्रिमंडल विस्तार के लिए राज्यपाल मंगुभाई पटेल और सीएम शिवराज सिंह चौहान मंच पर एक साथ पहुंचे। मंच पर गौरीशंकर बिसेन, राहुल लोधी और राजेंद्र शुक्ल भी थे। राष्ट्रगान के बाद राज्यपाल पटेल ने तीनों को शपथ दिलाई। नए मंत्रियों में सबसे पहले महाकौशल से गौरीशंकर बिसेन, विंध्य से राजेंद्र शुक्ला और बुंदेलखंड से राहुल लोधी ने शपथ ली। शिवराज कैबिनेट में अब 33 मंत्री हो गए हैं। 1 पद अब भी खाली है। पहली शपथ लेने वाले गौरीशंकर बिसेन ने कहा कि हमारी प्राथमिकता तो राज्य का चहुंमुखी विकास और जनकल्याण है। मुख्यमंत्री की व्यस्तता के कारण दो-तीन मंत्रिमंडल का विस्तार टला है। लेकिन आखिर में हो गया न। समय कम होने की बात पर बिसेन ने कहा कि आप देखते जाइए, सब बढिय़ा होगा।राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि जितना समय है, चूंकि चलती हुई सरकार है। विधायक के नाते भी हम लोग काम कर ही रहे हैं। तो चीजों को और तेज गति देने में निश्चित रूप से मदद मिलेगी। जितनी भी हमारी विकास की योजनाएं हैं और जनकल्याण के कार्यक्रम हैं, वो नीचे तक पहुंचें, इसकी मॉनिटरिंग ज्यादा बेहतर तरीके से करने में हम लोग सक्षम रहेंगे। पार्टी की जो अपेक्षा है, उसको पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। शुक्ल ने कहा कि पार्टी कई पहलुओं पर विचार कर निर्णय लेती है। पार्टी जो जिम्मेदारी देती है, विचार कर देती है तो उसे स्वीकार आगे बढऩा चाहिए। राहुल सिंह लोधी एक बार के विधायक हैं। वह 2018 में खरगापुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीते। राहुल पूर्व सीएम उमा भारती के भतीजे हैं। बुंदेलखंड और ग्वालियर चंबल में बड़ी संख्या में लोधी वोटर हैं। राहुल लोधी को मंत्री बनाकर भाजपा बुंदेलखंड के साथ ही ओबीसी वोटर को साध रही है। शिवराज मंत्रिमंडल विस्तार पर पीसीसी चीफ कमलनाथ ने निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि जब कार्यकाल हो रहा है समाप्त और गिरने वाली है सरकार, तब मप्र में मंत्रिमंडल का हो रहा है विस्तार। विदाई के समय स्वागत गीत गाने वाली भाजपा सरकार अब विस्तार क्या पूरा मंत्रिमंडल भी बदल दे तो भी हार निश्चित है। ये मंत्रिमंडल नहीं, भ्रष्टाचार की मित्रमंडली का विस्तार है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शुक्रवार देर रात राज्यपाल मंगूभाई पटेल से मुलाकात की। शिवराज मंत्रिमंडल में 35 में से चार पद खाली हैं। अभी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के अलावा 30 मंत्री हैं। अब चुनाव आचार संहिता लगने के करीब डेढ़ महीने पहले तीन नए चेहरों राजेंद्र शुक्ल, गौरी शंकर बिसेन और राहुल लोधी को शपथ दिलाने की चर्चा है। इससे सरकार जातिगत, क्षेत्रीय समीकरण साधने के साथ ही नाराजगी दूर करना चाहती है। कहा जा रहा है कि लोधी को राज्यमंत्री बनाया जाएगा, बाकी दोनों को कैबिनेट मंत्री की शपथ दिलाई जाएगी। चौथे स्थान को लेकर पार्टी नेताओं का सोच किसी आदिवासी या अनुसूचित जाति के विधायक को शपथ दिलाने का था, लेकिन किसी एक नाम पर सहमति नहीं बनी।