सक्ती। जिले के डभरा विकासखंड के हायर सेकेण्ड्री स्कूल किरारी में शुक्रवार को जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में क्षेत्र के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को प्रशासन द्वारा बुलाया नहीं गया था। इसे लेकर उन्होंने नाराजगी जताई है। जिला पंचायत सदस्यों ने प्रशासन पर शिविर की केवल औपचारिकता निभाने और उपेक्षा करने का आरोप लगाया है।
राज्य और केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ आम जनता तक पहुंचाने और उनकी समस्यों को दूर करने के लिए गांव गांव में जिला प्रशासन के द्वारा जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इसी कडी में शुक्रवार को ग्राम किरारी में जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर का आयोजन किया गया। मगर जिला प्रशासन के द्वारा आयोजित इस शिविर में क्षेत्र के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा की गई।
वहीं शिवर का प्रचार प्रसार नहीं किए जाने के कारण लोगों को शिविर का लाभ नहीं मिल सका। शिविर में कलेक्टर के उपस्थित होने के बाद भी आम जनमानस की उपस्थिति नाम मात्र की थी। जिला स्तरीय जन समस्या निवारण शिविर होने के बावजूद भी कम संख्या में लोगों का उपस्थित होना क्षेत्र में जन चर्चा का विषय बना हुआ है। दिलचस्प बात यह है कि जिला पंचायत सदस्यों तक को शिविर की सूचना नहीं दी गई थी। शिविर में भीड दिखाने के लिए मितानिनों और महिला समूह की महिलाओं को बुला लिया गया था।
जिला पंचायत अध्यक्ष को आधे घंटे पहले दी सूचना
जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर में अधिकारियों के द्वारा जिला पंचायत अध्यक्ष यनिता खुशवंत चंद्रा की भी उपेक्षा की गई। शिविर शुरू होने के पहले उनके मोबाइल में फोन कर शिविर की सूचना दी गई और उन्हें आमंत्रित किया गया। उन्होंने बताया कि अचानक मिली सूचना के चलते वे शिविर में शामिल नहीं हो सकी।
क्षेत्र की निर्वाचित जनप्रतिनिधि होने के नाते उन्हें जिला स्तरीय जन समस्या निवारण शिविर की सूचना प्रशासन के द्वारा दिया जाना चाहिए था। मगर कोई सूचना नहीं दी गई थी। कार्यक्रम में उनकी उपेक्षा की गई है। जिला प्रशासन शिविर की केवल औपचारिकता निभा रही है।
कविता पटेल
सदस्य, जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 24
ग्राम किरारी उनके निर्वाचन क्षेत्र में आता है। जिला स्तरीय जन समस्या निवारण शिविर का आयोजन ग्राम किरारी के स्कूल प्रांगण में किया गया मगर क्षेत्र की निर्वाचित जनप्रतिनिधि होने के बाद उन्हें प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों के द्वारा नहीं दी गई। कार्यक्रम में उनकी उपेक्षा की गई है। जिला प्रशासन शिविर की केवल खानापूर्ति कर रही है।
रामबाई सिदार
सदस्य, जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 25