चित्रगुप्त मंदिर में पंडित दशरथ नंदन की शिव महापुराण कथा
कोरबा। आरएसएस नगर वार्ड के अंतर्गत चित्रगुप्त मंदिर परिसर में नागरिकों के द्वारा पवित्र द्वितीय सावन माह में शिव महापुराण कथा का आयोजन किया गया है। भागवत आचार्य पंडित दशरथनंदन द्विवेदी के द्वारा यहां पर तीसरे दिवस रुद्र संहिता व शिव विवाह को रेखांकित किया गया।
शिव महापुराण के तीसरे दिन आचार्य दशरथ नंदन द्विवेदी महाराज ने रुद्र संहिता का वर्णन किया। उन्हीने कथा प्रसंग के अंतर्गत भगवान शिव की समरसता के बारे में बताया। धार्मिक अनुष्ठान के माध्यम से उन्होंने यह भी बताया कि परिवार में कैसे रहे। सभी धर्मों में श्रेष्ठ और प्रथम संतान धर्म है। कलयुग में आदिदेव शिवजी की पूजा का महत्व क्यों आवश्यक है, इस पर भी विस्तार से रोशनी डाली गई। उन्होंने भस्म लगाने की विधि, पुण्य का महत्व, सती चरित्र, दक्ष यज्ञ और पार्वती जन्म, पार्वती तपस्या, शिवजी के दर्शन, कामदेव द्वारा तपस्या भंग करने का प्रयास और शिव बारात पार्वती शंकर विवाह के उत्सव का वर्णन किया । इस अवसर पर भगवान की झांकी निकली गई, जिसने श्रोताओं को खुश कर दिया। सुंदर गीत, भजनों पर भक्तगण खूब झूमे।