कोरिया बैकुंठपुर। स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत कोरिया जिले में शौचालय निर्माण और स्वच्छता कार्यों से ग्रामीण जीवनशैली में बड़ा बदलाव देखा जा रहा है।
जिला स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के सलाहकार ने जानकारी दी है कि कोरिया जिले की 243 ग्राम पंचायतों में से 176 पंचायतों ने ओडीएफ प्लस मॉडल का दर्जा प्राप्त कर लिया है। इसके तहत प्रत्येक गांव में घर-घर कचरा संग्रहण का कार्य किया जा रहा है। पंचायतों की आबादी के आधार पर 1 से 4 रिक्शा उपलब्ध कराए गए हैं। जनपद पंचायत सोनहत के सभी 104 ग्राम और बैकुंठपुर के 72 ग्राम ओडीएफ प्लस मानकों को पूरा कर चुके हैं। इस कार्य में स्व-सहायता समूह की महिलाओं को जोड़ा गया है, जो घर-घर से कचरा एकत्र करती हैं और उसे सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट सेंटर में ले जाकर अलग-अलग श्रेणियों में विभाजित करती हैं। कचरे को कबाड़ विक्रेताओं को बेचने से महिलाओं को अतिरिक्त आय प्राप्त हो रही है। स्वच्छता कार्य में शामिल महिलाओं को ‘स्वच्छाग्रही’ कहा जाता है। ये महिलाएं हर महीने 1000-2000 रुपये तक कमा रही हैं। स्वच्छता के क्षेत्र में उनके योगदान से गांवों में स्वच्छता स्तर में सुधार हो रहा है। ग्रामीणों को शौचालय निर्माण के लिए प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई है। इस वित्तीय वर्ष में बैकुंठपुर और सोनहत जनपद के 398 हितग्राहियों को 47.76 लाख रुपये वितरित किए गए, जिसमें प्रत्येक हितग्राही को 12,000 रुपये मिले। ग्राम पंचायत पुसला की गांगी बाई ने शासन से मिली प्रोत्साहन राशि से शौचालय का निर्माण करवाया। उन्होंने कहा, पहले खुले में शौच जाने में असुविधा और असुरक्षा महसूस होती थी। अब शौचालय बनने से जीवन बेहतर हो गया है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत सामुदायिक परिसरों और बाजारों में भी स्वच्छता सुविधाएं दी जा रही हैं। इससे राहगीरों और ग्रामीणों को राहत मिल रही है। कलेक्टर श्रीमती चन्दन त्रिपाठी ने जिलेवासियों से अपील करते हुए कहा है कि घर में शौचालय निर्माण करें, उसका उपयोग करें। उन्होंने कहा है कि स्वच्छ और स्वस्थ जीवन प्रदान करने में शौचालय महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाह करती है। श्रीमती त्रिपाठी ने कहा कि जिले के बाकी ग्राम पंचायतें भी तेजी से ओडीएफ प्लस की दिशा में आगे बढ़ रही हैं। उन्होंने सभी वर्गों से कहा है कि घर, गांव, शहर व कार्यलय को स्वच्छ रखने में सहयोग करें ताकि स्वच्छ व स्वस्थ कोरिया की अवधारणा साकार हो सके।