असम, २० नवंबर ।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मंगलवार को कहा कि करीमगंज जिले का नाम बदलकर श्रीभूमि रखा जाएगा। 19 नवंबर को हुई राज्य कैबिनेट की बैठक में अहम फैसला लिया गया है। मुख्यमंत्री ने एक्स पर पोस्ट किया कि 100 साल से भी पहले कविगुरु रवीन्द्रनाथ टैगोर ने असम के आधुनिक करीमगंज जिले को श्रीभूमि (मां लक्ष्मी की भूमि) के रूप में वर्णित किया था।आज असम कैबिनेट ने हमारे लोगों की इस लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा कर दिया है। इस बीच झारखंड चुनाव के लिए भाजपा के सह-प्रभारी सीएम सरमा प्रचार खत्म होने के बाद असम लौट आए। उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि पिछले चार महीनों में झारखंड वास्तव में मेरे लिए दूसरे घर जैसा महसूस हुआ है। हालांकि इस दौरान मैंने कुछ विरोधी बनाए होंगे, लेकिन इस राज्य में मैंने जो मित्र बनाई हैं, उनकी तुलना में यह संख्या कहीं अधिक है।असम में पुलिस ने करीमगंज जिले में मंगलवार को नौ बांग्लादेशियों को पकडऩे के बाद वापस भेज दिया और कर्नाटक पुलिस ने अवैध रूप से भारत में रह रहे छह घुसपैठियों को चित्रदुर्ग जिले में गिरफ्तार किया है।असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने एक्स पर पोस्ट किया है, मंगलवार को सतर्क कदम उठाते हुए पुलिस ने करीमगंज जिले में नौ बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान की और उन्हें वापस पड़ोसी देश भेज दिया।
उधर कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले में गिरफ्तार बांग्लादेशी घुसपैठियों के पास से पासपोर्ट और आधार कार्ड समेत जाली दस्तावेज जब्त किए गए हैं। सभी सोमवार रात संदिग्ध अवस्था में घूमते पाए गए थे। पैट्रोलिंग कर रही पुलिस ने उनसे पूछताछ की और उनके पास से दस्तावेज जब्त किए। जांच करने पर पुलिस ने पाया कि सभी बांग्लादेश के नागरिक हैं और कई वर्ष पहले उन्होंने भारत में घुसपैठ की थी।असम के कामरूप जिले में मामूली बात को लेकर एक व्यक्ति ने ऑल असम माइनोरिटी स्टूडेंट्स यूनियन (एएएमएसयू) के एक स्थानीय नेता की चाकू मारकर हत्या कर दी थी।
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना पिछले हफ्ते शनिवार रात को छायगांव के पास गोरोइमारी में ब्रह्मपुत्र घाटी अकादमी के युवा महोत्सव में हुई।उन्होंने बताया कि जब कार्यक्रम चल रहा था तो दो लोगों में किसी मुद्दे पर बहस शुरू हो गई। फिर यह बढ़ते हुए एक बड़े झगड़े में बदल गयी। उनमें से एक ने अचानक दूसरे पर कई बार चाकू से वार किया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया।घायल को तुरंत गोरोइमारी सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां से उसे गुवाहाटी मेडिकल कालेज एवं अस्पताल रेफर कर दिया गया। चिकित्सकों ने वहां उसे मृत घोषित कर दिया।