
न्यूयॉर्क। विदेश मंत्री एस जयशंकर और ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका के उनके समकक्षों ने शनिवार को 11वें आईबीएसए त्रिपक्षीय मंत्रिस्तरीय आयोग के लिए मुलाकात की। इस दौरान तीनों नेताओं ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में शीध्र सुधार पर जोर दिया। तीनों नेताओं ने अंतर-सरकारी वार्ता में देखी गई गतिहीनता पर अपनी निराशा व्यक्त करते हुए अफ्रीका, एशिया और लैटिन अमेरिका की विकासशील अर्थव्यवस्थाओं के प्रतिनिधित्व को हृस्ष्ट में शामिल करने और परिषद के विस्तार के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहाई।बैठक के दौरान तीनों देशों के विदेश मंत्रियों ने यूएनएससी में स्थायी उपस्थिति के लिए अफ्रीकी देशों का समर्थन किया।
इस दौरान उन्होंने सुरक्षा परिषद में स्थायी सीट के लिए भारत और ब्राजील के प्रयास का समर्थन भी किया। मालूम हो कि इस बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर के अलावा ब्राजील के विदेश मंत्री माउरो विएरा और दक्षिण अफ्रीका की अंतरराष्ट्रीय संबंध एवं सहयोग मंत्री ग्रेस नलेदी पैंडोर शामिल हुईं।
बैठक के बाद जारी एक साझा बयान के मुताबिक, तीनों देश के मंत्रियों ने संयुक्त राष्ट्र प्रणाली में व्यापक सुधार को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि सुरक्षा परिषद में सुधार को आगे बढ़ाना आज के समय में सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।बैठक के दौरान भारत, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका सहित आईबीएसए के मंत्री इस बात पर एक सहमत हुए कि आतंकवाद एक वैश्विक संकट बना हुआ है, जिससे एक साथ मिलकर लड़ना चाहिए।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि दुनिया के किसी भी हिस्से में आतंकवादी को दी जाने वाली सुरक्षित पनाहगाहों को खत्म किया जाना चाहिए। इस दौरान आईबीएसए के त्रिपक्षीय मंत्रियों ने दुनिया भर में जारी आतंकवादी हमलों की भी निंदा की।