कोरबा। वन विभाग ने पीपल और शाल प्रजाति के दो वृक्षों को संरक्षित करना तय किया है। शुरूआती स्तर पर यहां वृक्षों के जीवनकाल के बारे में सूचना लगाई है। इन्हें किसी भी तरह से नुकसान नहीं पहुंचाने की अपील लोगों से की गई है। उपेक्षा हुई तो कार्रवाई होगी। खबर के अनुसार साउथ इस्टर्न कोल फील्डस लिमिटेड कोरबा क्षेत्र के अंतर्गत जूनियर रिक्रयेशन क्लब के पास ये दोनों वृक्ष मौजूद हैं। अनुसंधान के अंतर्गत माना गया है कि इनकी अब तक की आयु 400 वर्ष की हो चुकी है। इनका जीवनकाल और लंबा संभावित है। इस दृष्टिकोण से इनकी उपयोगिता महत्वपूर्ण है। काफी समय से इस बारे में विभाग के पास जानकारी थी। विभाग ने अब जाकर दोनों वृक्षों को संरक्षित श्रेणी में शामिल किया। आगामी दिनों में यहां कुछ और कोशिश करने की योजना है। इससे पहले विभाग ने सतरेंगा में साल के एक वृक्ष को खोजा था, जिसकी आयु के बारे में अनुमान है कि वह 1600 वर्ष पुराना है। प्राचीन वृक्षों को सहेजने के लिए उनके तने के हिस्से में मेडिकेटेड लेप लगाया जाता है ताकि किसी भी प्रकार से कीट प्रकोप से उनकी रक्षा हो सके।