उत्साह, दोपहर तक 50 प्रतिशत मतदानमौसम के ठंडे-गर्म मिजाज ने दी राहत
कोरबा। लोकसभा चुनाव के माध्यम से सांसद और प्रधानमंत्री को चुनने के लिए कोरबा संसदीय क्षेत्र में इस बार मतदाताओं में विशेष उत्साह नजर आ रहा है। मौसम के मिले-जुले तेवर के बीच वोटर्स घरों से निकले और पोलिंग बूथ पहुंचकर मतदान की प्रक्रिया में हिस्सा लिया। प्रशासन की ओर से शत् प्रतिशत वोटिंग सुनिश्चित करने किये गए प्रयासों ने भी अनुकूल वातावरण बनाने का काम किया। कोरबा जिले में दोपहर 1 बजे तक 50 प्रतिशत मतदान संपन्न हुआ है। ग्रामीण क्षेत्रों में भी मतदान को लेकर उत्साह दिखा।
कोरबा सामान्य लोकसभा क्षेत्र में इस बार कुल 27 उम्मीदवार मैदान में हैं। इनमें कांग्रेस की वर्तमान सांसद ज्योत्सना महंत और भाजपा की सरोज पांडेय के बीच असली मुकाबला है। क्षेत्रीय दलों के अतिरिक्त निर्दलीय मिलाकर 25 और उम्मीदवार अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। कलेक्टर अजीत वसंत और भारत सरकार की ओर से नियुक्त किये गए प्रेक्षक प्रेम सिंह मीणा के मार्गदर्शन में इस चुनाव को संपन्न कराया जा रहा है। मौसम के मिश्रित तेवर के कारण आज सुबह से ही हर पोलिंग बूथ में मतदाताओं की उपस्थिति देखने को मिली। गर्मी का ख्याल रखते हुए हर कोई इसी चाहत में था कि जितनी जल्दी हो सके मताधिकार का प्रयोग कर लिया जाए।
मतदान केंद्रों में आधारभूत सुविधा पर दिया ध्यान
भीषण गर्मी के दौर में संपन्न कराए जा रहे चुनाव के कारण हर किसी को परेशानी होना स्वाभाविक है। इस स्थिति में समस्याएं निर्मित न हो सके इस इरादे से प्रशासन ने अपने तंत्र के साथ-साथ दूसरे स्तर पर आधारभूत सुविधाएं पोङ्क्षलग बूथ में देने की व्यवस्था की। चेम्बर ऑफ कॉमर्स के साथ-साथ अनेक सामाजिक और धार्मिक संगठनों का सहारा लिया गया जिन्होंने मतदाताओं के लिए बूथ पर टेंट से लेकर पानी और शरबत की व्यवस्था की।
स्काउट गाइड ने दी सेवा
हालांकि निर्वाचन आयोग की ओर से 85 प्लस और बीमार मतदाताओं को मतदान करने के लिए घर पहुंच सेवा दी गई थी लेकिन सीमित संख्या में ही मतदाता इस सेवा का लाभ ले सके। इसके लिए प्रशासन की ओर से जारी सूचनाओं पर गंभीरता नहीं दिखाई गई। इस स्थिति में ऐसे लोगों को आखिरकार अलग-अलग साधर से पोलिंग बूथ आना पड़ा। प्रवेश द्वार से उन्हें बूथ के भीतर तक लाने के लिए स्काउट गाइड ने व्हील चेयर से सहारा दिया।
संसदीय क्षेत्र में 16.18 लाख और जिले में 9.36 लाख मतदाता
भारत निर्वाचन आयोग की ओर से जो अंतिम मतदाता सूची जारी की गई उसके अनुसार संसदीय क्षेत्र में 16 लाख 18 हजार 864 मतदाता शामिल हैं। इनमें 8 लाख 3 हजार 520 पुरुष और 8 लाख 15 हजार 296 महिला मतदाता शामिल हैं। इनके अलावा उभय लिंगी मतदाताओं की संख्या 89 है। संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत कोरबा, एमसीबी, कोरिया आौर जीपीएम जिले के 8 विधानसभा क्षेत्र के कुल 2023 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। कोशिश है कि अबकी बार मतदाताओं की पूरी संख्या इस चुनाव में भागीदारी करे। जबकि कोरबा जिले में कुल मतदाताओं की संख्या 9 लाख 36 हजार 783 दर्ज की गई है। कोरबा जिले में चार विधानसभा क्षेत्र के लिए 1087 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं। इनमें से जिले के 279 पोलिंग बूथों में केवल महिला कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। बाकी बूथ पुरुष कर्मचारियों के भरोसे हैं।
लहर के साथ कई मुद्दे भी मौजूद
2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर अनेक पोलिंग बूथ का जायजा मीडिया ने लिया। वोट डालने पहुंचे और वोट डालने के बाद लौट रहे मतदाताओं से बातचीत की गई। इस दौरान एक बात तो साफ नजर आई कि शहरी क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लहर काम कर रही है जबकि दूसरे क्षेत्रों में कई प्रकार की योजनाओं के साथ दूसरे कार्यों का लोगों के दिमाग पर गहरा असर है। इसके अतिरिक्त कई और भी मुद्दों को लेकर लोगों ने अनुभव साझा किये। इस दौरान लोगों की ओर से कुछ आशंकाओं की तरफ इशारा किया गया। लोगों ने यह भी बताया कि काफी सोच विचार के साथ मताधिकार किया गया है। विकल्प के अभाव में बीते चुनाव में नोटा का इस्तेमाल करने वाले मतदाताओं की संख्या में काफी गिरावट दर्ज होने के दावे किये जा रहे हैं।