मुंबई। एंटीलिया कांड और कारोबारी मनसुख हिरेन की हत्या के आरोपित पूर्व पुलिसकर्मी सचिन वाझे ने किताब लिखने के लिए जेल में लैपटॉप रखने की अदालत से अनुमति मांगी है। हालांकि, जेल अधिकारियों ने जेल में सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए उसकी याचिका का विरोध किया। कहा कि अगर उसे कंप्यूटर रखने की इजाजत दी गई तो अन्य आरोपित भी ऐसे अनुरोध कर सकते हैं।एक विशेष अदालत में दायर हस्तलिखित याचिका में वाझे ने कहा कि उसने मराठी और अंग्रेजी में कई किताबें लिखी हैं। दावा किया कि 26/11 के मुंबई आतंकी हमलों पर उसकी किताब का इंग्लैंड के प्रसिद्ध लेखक ने मराठी से अंग्रेजी में अनुवाद किया गया है। मामले की अगली सुनवाई 28 फरवरी को होगी। 25 फरवरी, 2021 को उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के पास विस्फोटकों से भरी एक एसयूवी मिली थी। उसका मालिक कथित तौर पर मनसुख हिरेन था। पांच मार्च 2021 को हिरेन की लाश ठाणे जिले में बरामद हुई थी। कुछ दिनों बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने इस मामले में वाझे को गिरफ्तार कर लिया। वह फिलहाल न्यायिक हिरासत में है।