कोरबा । शहर से दूर जिले के पर्वतीय इलाके में रहने वाले सत्यपाल सिंह और उनकी पत्नी रत्नी बाई का सपना था कि काश उनका घर पक्का होता तो उन्हें तेज बारिश में किसी प्रकार की परेशानी नहीं उठानी पड़ती। मिट्टी का घर होने की वजह से बारिश के दिनों में उन्हें अक्सर परेशानी झेलनी पड़ती थी। इलाका पर्वतीय होने की वजह से बारिश भी तेज होती थी और लाख जतन करने के बाद भी झोपड़ी के खपरैल से पानी नीचे गिरता ही था, जिससे घर में कपड़े और अन्य सामान भीगने के साथ ही उन्हें बारिश होने तक घर के सामानों को इधर से उधर रखना पड़ता था। अब जबकि प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिला है तो वे इस बारिश के पहले पक्का मकान तैयार करने में लगे हैं ताकि हमेशा की मुसीबतों से छुटकारा मिल जाए। पाली विकासखंड के जेमरा ग्राम पंचायत अंतर्गत आने वाले ग्राम बगदरा एक पर्वतीय इलाका है। कोरबा शहर से लगभग ९० किलोमीटर दूर इस गाँव में रहने वाले सत्यपाल सिंह और उनकी पत्नी रत्नी बाई इन दिनों पीएम आवास योजना से मिले पक्के मकान का निर्माण करा रहे हैं। रत्नी बाई ने बताया कि झोपड़ी में उन्हें लंबे समय से रहना पड़ा और भारी मुसीबतें उठानी पड़ी। उन्होंने बताया कि उनके इलाके में तेज बारिश होती है। पहाड़ी क्षेत्र होने की वजह से हवाएं भी तेज चलती है। इस दौरान घर में रहने के दौरान हर पल खतरा मोल लेकर डर के साये में रहना पड़ता है। रत्नी बाई ने बताया कि अब पीएम आवास बन रहा है और आने वाली बारिश में इस तरह की मुसीबतों से हमेशा के लिए छुटकारा मिल जाएगा। उन्होंने बताया कि हमें खुशी होती है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने गरीबों के आवास के बारे में सोचा और उनकी परेशानी को दूर करने के लिए पक्का आवास बनाने पैसा दिया। अब हम जैसे गरीब परिवारों को झोपडिय़ों से मुक्ति मिल जाएगी और हम भी सम्मान पूर्वक पक्के मकान में रह पाएंगे