नई दिल्ली। NEET-UG मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने पहली प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि सत्यमेव जयते, सत्य की जीत हुई। केंद्र सरकार कहती रही है कि बड़े पैमाने पर पेपर लीक नहीं हुआ है। अब सुप्रीम कोर्ट ने इसे सही ठहराया है। मंगलवार को नीट-यूजी मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में स्पष्ट कहा कि परीक्षा दोबारा आयोजित नहीं होगी।
नीट-यूजी परीक्षा मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए दोबारा परीक्षा की मांग को मानने से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि इस तरह के पर्याप्त सबूत नहीं हैं कि पूरी परीक्षा की पवित्रता के साथ खिलवाड़ हुआ है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस परीक्षा को दोबारा से कराने का आदेश देना बहुत ही खतरनाक होगा। यह 24 लाख से अधिक छात्रा के भविष्य का सवाल है, जिन्होंने इस परीक्षा को दिया है। हमारे एक गलत फैसले से प्रवेश कार्यक्रम पर नकारात्मक असर पड़ेगा। सुप्रीम ने कहा कि हम अगर परीक्षा को दोबारा कराने का निर्णय लेते हैं, तो इसका सीधा असर चिकित्सा शिक्षा के पाठ्यक्रम पर पड़ेगा। हमें योग्य शिक्षकों की जरूरत है। उनकी उपलब्धता भी खतरे में पड़ जाएगी। उन वंचित समूहों को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे, जिनको इस परीक्षा में आरक्षण मिला है। हमें सबका सोचकर फैसला लेना है।