सभी यूनियन अपने पाले मेें खींचने कर रहे जतन
कोरबा। एसईसीएल में श्रमिक संगठन के सदस्य सत्यापन करा रहे हैं। सत्यापन के दौरान अजीबो-गरीब स्थिति पैदा हो जाती है। जब कोयला कामगार सत्यापन के लिए पहुंचते हैं तो चारों संगठन के लोग उन्हें बुलाने लग जाते हैं। तब वह समझ नहीं पाता कि किधर जाएं, इसके बाद भी वह चारों संगठन के लोगों से मिलने का प्रयास करता है और फार्म जमा करने के बाद वापस लौट जाता है। पिछले दिनों जीएम ऑफिस क्षेत्र सुराकछार व कुसमुंडा में सत्यापन का कार्य हुआ है। जीएम शाखा में एसकेएमएस के कार्यवाहक अध्यक्ष सुभाष सिंह, एसईकेएमसी के नवीन सिंह, मनोज कठेरिया, एचएमएस के भुनेश्वर कश्यप व बीएमएस के कार्यकर्ता कामगारों को अपने साथ रखने का प्रयास करते रहे। इसी तरह सुरकछार व कुसमुंडा में भी अपने संगठन में जोडऩे का प्रयास किया गया। एसकेएमएस में मनीष सिंह अध्यक्ष व महामंत्री धर्मा राव बनाए गए हैं। इनके सामने सबसे बड़ी चुनौती अपने किले को सुरक्षित रखना है क्योंकि कोरबा एरिया में एसकेएमएस प्रथम स्थान पर आता रहा है। इस बार उन्हें एसईकेएमसी के गोपाल नारायण सिंह, किशोर सिन्हा, संदीप चौधरी चुनौती दे रहे हैं। एसईकेएमसी ने कई इकाईयों में प्रथम स्थान प्राप्त किया था। केएसएस के अनूप सरकार, जनाराम कर्ष, साजी जॉन ने पहले से ही अपने क्षेत्रों में सदस्य बना चुके हैं। इनके सामने अपने लोगों को अपने साथ रखने के लिए कुसमुंडा में बीकेकेएमएस सबसे आगे रहा है। यहां पर उन्हें एसईकेएमसी से चुनौती मिल सकता है। बीकेकेएमएस के टिकेश्वर राठौर, अमिया मिश्रा, जसवंत साहू, हिरेंद्र चंद्रा लगातार सक्रिय रहे हैं। वहीं दूसरी ओर एसईकेएमसी के ए.के.अंसारी, निर्मल चंद्रा, राजू सोनी, हारून रसीद, बी.डी.महंत सहित सभी कार्यकर्ता लगातार मेहनत कर रहे हैं। गेवरा और दीपका में एचएमएस प्रथम आता रहा है। यहां पर रेशमलाल यादव, शेख चांद मंसूरी, गिरजा साहू, तरूण राहा काफी मेहनत कर रहे हैं। उन्हें एसईकेएमसी व एसकेएमएस से चुनौती मिल रहा है। एसकेएमएस के दीपक उपाध्याय, हर नारायण केशरवानी, कृपाल जायसवाल, एसईकेएमसी के गोपाल यादव, विकास शुक्ला, राहुल मिश्रा, छंदराम राठौर सहित सभी कार्यकर्ता मेहनत कर रहे हैं। दीपका में एसईकेएमसी के संजीव शर्मा, सतीश सिंह, रामकुमार कौशिक, विजय प्रसाद भी लगातार मैदान में हैं।