परेशानी हो रहे ग्राहक
कोरबा। बैंकिंग सुविधाओं में बढ़ोत्तरी करने के साथ ग्राहकों को सहूलियत देने पर लगातार सरकार जोर दे रही है। राष्ट्रीयकृत और निजी बैंकों को इस कड़ी में बढ़ावा दिया जा रहा है लेकिन इससे यहां के एक्सिस बैंक प्रबंधन को कोई मतलब नहीं रह गया है। खबर के अनुसार सरकारी और कार्पोरेट सेक्टर से जुड़े हुए चेक को यहां अनावश्यक रोककर ग्राहकों को परेशान किया जा रहा है।
एक्सिस बैंक में सामान्य खातों के साथ-साथ सरकारी योजनाओं से संबंधित खातों का संचालन किया जा रहा है। वर्क लोड बढऩे के साथ सुविधाओं को सरलीकृत करने और ग्राहकों को आसानी हो, इस तरफ विशेष ध्यान नहीं रह गया है। खबरों में बताया गया कि सरकारी और कार्पोरेट सेक्टर से प्राप्त चेक को इस बैंक में जमा करने और इन्हें आरटीजीएस की प्रक्रिया में लाने को लेकर बेमतलब विलंब किया जा रहा है। इस प्रकार के चेक दो से तीन दिन तक रोककर रखे जा रहे हैं। ऐसे में संबंधित पार्टियों के वित्तीय लेनदेन बेवजह विलंबित हो रहे हैं और उन्हें परेशान होना पड़ रहा है। मानसिक और आर्थिक समस्याएं इस मामले में खड़ी हो रही है। पीडि़तों का कहना है कि जब से कोरबा की एक्सिस बैंक स्थित शाखा में नए प्रबंधक की पदस्थापना की गई है, समस्याएं कुछ ज्यादा बढ़ गई हैं। पूछताछ करने पर लोगों को सकारात्मक जवाब तो नहीं मिल रहा बल्कि उल्टे कहा जा रहा है कि जिस स्तर तक जा सकते हैं, शिकायत कीजिए। बैंक प्रबंधन की यह प्रवृत्ति दर्शाति है कि आम ग्राहकों से जुड़े हितों से उसे कोई मतलब नहीं रह गया है। एक तरफ बैंकों को विश्वसनीय और पारदर्शी व्यवस्था के साथ जवाबदेह बनाने के लिए सरकार काम कर रही है, उस स्थिति में यहां की व्यवस्था अलग तस्वीर पेश करती है।