गांव एक लेकिन नहीं मिल रहे सरपंच
कोरबा। अपने लोगों को उपकृत करने के लिए कोई भी रास्ता अपनाया जा सकता है। कुछ लोग इसे बिल्कुल भी गलत नहीं समझते। इसलिए पोड़ी उपरोड़ा विकासखंड के एतमानगर ग्राम पंचायत में हद कर दी गई। वहां उपसरपंच को ही सरकारी स्कूल में अतिथि शिक्षक बना दिया गया। मामले में इस्तीफा की बात आई तो तर्क दिया गया कि सरपंच नहीं मिल पा रहे हैं इसलिए इस्तीफा देने में देर हो रही है।
कोरबा जिले के पोड़ी उपरोड़ विकासखंड में यह मामला सामने आया। जानकारी में बताया गया कि पिछले चुनाव में बीना रानी देवांगन एक वार्ड से पंच चुनीं गईं थी। बाद में उन्हें उपसरपंच बना दिया गया। ग्रामीण क्षेत्र में वे जनप्रतिनिधि की भूमिका निभा रहीं हैं। बाद में अवसर प्राप्त होने पर शासकीय नियम को ताक पर रखते हुए इसी क्षेत्र के सरकार विद्यालय में उन्होंने अतिथि शिक्षक का दायित्व संभाल लिया। जिसके लिए उन्हें मानदेय का भुगतान सरकारी कोष से हो रहा है। वे अभी भी इस पद पर काबिज हैं। इस बारे में मीडिया ने सरपंच से बातचीत की। इस पर उन्होंने बताया कि शिक्षक नियुक्त होने के बाद उपसरपंच के द्वारा अभी तक इस्तीफा नहीं दिया गया है जबकि नियमत: पंचायत से पदमुक्त होने के बाद वे यह काम कर सकती हैं। उधर प्राचार्य भारद्वाज ने तर्क दिया कि अतिथि शिक्षक नियुक्त होने के बाद उपसरपंच ने पद से इस्तीफा देने की बात कही थी लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। इन सबसे अलग हटकर अतिथि शिक्षक बीना रानी देवांगन से दोहरा लाभ प्राप्त करने पर बातचीत की गई तो उनका तर्क गजब का था। बताया गया कि सरपंच से मुलाकात नहीं हो पा रही थी इसलिए पंचायत में इस्तीफा देने में विलंब हुआ।