नईदिल्ली।
गुरुग्राम। लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयन्ती पर सेक्टर 29 स्थित लेजऱ वैली ग्राउंड में आज राष्ट्रीय एकता को सुदृढ़ रखने के उद्देश्य से रन फॉर यूनिटी का आयोजन किया गया। दीपावली पर अवकाश होने के बावजूद युवा जोश व उत्साह से लबरेज दिखे इस महत्वपूर्ण आयोजन में केंद्रीय विद्युत, आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल मुख्यातिथि थे। कार्यक्रम में हरियाणा के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नरबीर सिंह व गुरूग्राम के विधायक मुकेश शर्मा भी मौजूद रहे। रन फॉर यूनिटी (क्रह्वठ्ठ स्नशह्म् ठ्ठद्बह्ल4) का आयोजन सेक्टर 29 स्थित लेजर वैली ग्राउंड में प्रात: 7 बजे किया गया था। जिसमे करीब 10 हजार से अधिक धावकों ने राष्ट्रीय एकता की शपथ लेकर 5 व 10 किलोमीटर की रेस में भाग लिया व राष्ट्र के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। मुख्यातिथि मनोहर लाल ने मैराथन में शामिल धावकों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत सरकार द्वारा वर्ष 2014 में शुरू किया गया अभियान, सरदार वल्लभभाई पटेल के योगदान से स्वतंत्र भारत के राजनीतिक एकीकरण में और भारत की एकता एवं अखंडता को मजबूत करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका की याद दिलाता है।यह दिवस विविधता में एकता के महत्त्व को रेखांकित करने के साथ-साथ भारतीय समाज के विविध पहलुओं, जैसे धर्मों, भाषाओं, संस्कृतियों और परंपराओं को दर्शाता है और उनकी सराहना करता है। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों की कुटिल चाल के बावजूद वह सरदार पटेल की महानतम देन थी कि 562 छोटी-बड़ी रियासतों का भारतीय संघ में विलीनीकरण करके भारतीय एकता का निर्माण किया।उन्होंने कहा कि राष्ट्रवाद की भावना से ओतप्रोत एक संयुक्त देश की स्थापना के लिए सरदार पटेल ने जो काम किया था उसे कभी नहीं भुलाया जा सकता है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आजादी के बाद भारतीय जनमानस में जम्मू कश्मीर में लागू धारा 370 को लेकर जो टीस थी। उसे भी सरदार पटेल की विचारधारा को समर्पित प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व केंद्रीय गृहमंत्री शअमित शाह ने हटाकर देश को पुन: एकता की डोर में पिरोया है।केंद्रीय मंत्री ने आमजन से स्वछता का आह्वान करते हुए कहा कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में शुरू हुए इस अभियान ने पूरे राष्ट्र के लिए एक जन-आंदोलन का रूप ले लिया है। स्वच्छ भारत अभियान के संदेश ने लोगों के अंदर उत्तरदायित्व की एक अनुभूति जगा दी है। अब जबकि नागरिक पूरे देश में स्वच्छता के कामों में सक्रिय रूप से सम्मिलित हो रहे हैं, महात्मा गांधी द्वारा देखा गया ‘स्वच्छ भारत’ का सपना अब साकार होने लगा है। उन्होंने नागरिकों से कहा कि वे स्वच्छता को अपना स्वभाव व संस्कार बनाकर अन्य लोगों को भी इस अभियान से जोड़े।