
अकलतरा। कोटमीसोनार सरपंच-सचिव पर से शिकायत के बाद जांच में सीईओ ने 18 लाख रुपए बिना कार्य कराए आहरण करने का मामला सही पाया गया। ऐसे में सरपंच व सचिव पर 18 लाख वसूली योग्य बताया गया। इस आदेश के बाद सरपंच ने जांच के नाम पर जनपद सीईओ को 3 लाख रुपए मांगने का आरोप लगाते हुए ज्ञापन कलेक्टर को सौपा है।
अकलतरा ब्लॉक के गांव कोटमीसोनार सरपंच-सचिव पर शिकायत के बाद अनियमितता और भ्रष्टाचार को लेकर जांच टीम गठित की गई। जांच में 18 लाख रुपए बिना कार्य कराए आहरण करने का मामला सही पाया। इसलिए 18 लाख रुपए वसूली करने योग्य पाया गया। इसमें वसूली की जा सकती है। इस मामले में नया मोड़ आ गया है कोटमीसोनार सरपंच रामिन बाई ने जनपद सीईओ हिमांशु गुप्ता पर जांच के नाम पर तीन लाख मांगने का आरोप लगाया गया। इसका कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में लिखा है कि सीईओ हिमांशु गुप्ता ने सरपंच और सचिव की अनुपस्थिति में मनमानी जांच रिपोर्ट बनाई गई है। सीईओ द्वारा देवेन्द्र ध्रुव को 50 हजार देने की बात कहा जा रहा है। सरपंच रामिन बाई ने अपना पक्ष रखते हुए यह भी कहा कि सरपंच होने के नाते सबको लेकर, सबके कहे अनुसार काम किया गया है।
सीईओ ने पोड़ीदल्हा सरपंच से मिलने की सलाह देते हुए कहा है कि एक बार पोड़ीदल्हा सरपंच से मिल लो। उसके भी पीछे ऐसे ही लोग पड़े थे लेकिन जांच प्रतिवेदन एसडीएम को नहीं दिया और उसके बर्खास्त होने के पहले ही वह हाईकोर्ट से स्टे ऑर्डर ले आया। इसी तरह तुम भी बच सकती हो। जांच की मांग से थक गई हूं इसलिए शिकायत करने मजबूर हो गई। जनपद सीईओ हिमांशु गुप्ता के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर न्याय दिलाने की मांग कलेक्टर से की गई। इस संबंध में जनपद सीईओ. हिमांशु गुप्ता का कहना है कि जांच में सब साफ हो जाएगा। सरपंच रामिन बाई जांच से बचने ये सब कर रही है। शिकायत की जांच होनी चाहिए।























