नईदिल्ली, २० दिसम्बर ।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सख्त निर्देश जारी करते हुए कहा कि किसी भी दल के सांसद को संसद भवन के किसी गेट पर विरोध प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी जाए। संसद भवन के मकर द्वार पर सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) और विपक्षी सांसदों के बीच आज सुबह हुई अफरा तफरी और हंगामे के बाद यह निर्देश जारी किए गए हैं।स्पीकर ओम बिरला ने सभी सांसदों को निर्देश जारी किए हैं कि वे संसद के किसी भी प्रवेश द्वार को अवरुद्ध न करें या वहां विरोध प्रदर्शन न करें। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बीआर आंबेडकर को लेकर कई गई टिप्पणी को लेकर कांग्रेस सांसदों ने आज संसद भवन परिसर में जमकर हंगामा किया था। हंगामे के बीच सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेताओं की झड़प हो गई।
भाजपा नेताओं ने राहुल गांधी पर शारीरिक बल का प्रयोग करने का आरोप लगाया है। धक्कामुक्की में दो भाजपा सांसद घायल हो गए।
दिल्ली पुलिस ने राहुल के विरुद्ध बीएनएस की धारा 117 (जानबूझकर गंभीर चोट पहुंचाना), 115 (जानबूझकर से चोट पहुंचाना), 125 (दूसरों के जीवन या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालना), 131 (आपराधिक बल का प्रयोग), 351 (आपराधिक धमकी) और 3(5) के तहत प्राथमिकी दर्ज की है।
भाजपा नेताओं अनुराग ठाकुर, बांसुरी स्वराज व हेमंग जोशी ने राहुल के विरुद्ध पुलिस में शिकायत की थी।संसद भवन की ड्योढ़ी पर भाजपा सदस्यों के साथ धक्का-मुक्की के बाद लोकसभा के भीतर भी अमर्यादित दृश्य देखने को मिले जब कांग्रेस सांसद स्पीकर की आसंदी तक पहुंच गए। नए संसद भवन में यह पहला अवसर था जब सदस्यों ने स्पीकर के आसन तक चढ़ाई की हो।भाजपा सदस्यों का कहना है कि सुरक्षाकर्मियों ने राहुल और प्रियंका गांधी समेत कांग्रेस के तमाम सांसदों से सीढिय़ों में खाली जगह से जाने के लिए कहा था, लेकिन उनकी बात नहीं मानी गई। आरोप है कि राहुल गांधी ने अपने आगे खड़े सांसद को धक्का मारा, जिससे वह ओडिशा के बालासोर से आने वाले 69 वर्षीय प्रताप सिंह सारंगी पर गिर पड़े।