
नईदिल्ली, 0९ मई ।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने पैन इंडिया कार्रवाई करते हुए कुख्यात गैंगस्टर सतिंदरजीत सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ (आतंकवादी घोषित)-लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के 10 शूटर को दबोच बड़ी उपलब्धि हासिल की है। पकड़े गए बदमाशों में एक किशोर भी शामिल है। सेल ने सात राज्यों दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश व बिहार में ऑपरेशन चला इन्हें गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से सात अत्याधुनिक पिस्टल, 31 कारतूस और 11 मोबाइल बरामद किए गए हैं। ये सभी फेसबुक, इंस्टाग्राम, वॉट्सऐप व अन्य एन्क्रिप्टेड चैट प्लेटफॉर्म के माध्यम से एक-दूसरे से जुड़े हुए थे। इनकी गिरफ्तारी से दिल्ली और अन्य राज्यों में सुपारी लेकर हत्या करने व अन्य जघन्य अपराधों को टाल दिया गया। डीसीपी प्रतीक्षा गोदारा के अनुसार, एसीपी ललित मोहन नेगी, हृदय भूषण, इंस्पेक्टर शिव कुमार व सतीश राणा की टीम ने गोल्डी बराड़-लॉरेंस बिश्नोई सिंडिकेट के दस गुर्गों को दबोचा। ये सभी दिल्ली व पड़ोसी राज्यों में हत्या व अन्य जघन्य अपराध को अंजाम देने की साजिश रच रहे थे।सरगनाओं के निर्देश पर रंगदारी वसूलने का काम कर रहे थे। जिन 10 को दबोचा गया है उनमें दो दिल्ली, एक राजस्थान, एक मध्य प्रदेश, दो यूपी, दो पंजाब, एक हरियाणा और एक बिहार के हैं। गोदारा का कहना है कि कई गैंगस्टर भारत में अपने कनेक्शन और गुर्गों का फायदा उठाकर विदेशी ठिकानों से जबरन वसूली, हत्या और हत्या के प्रयास जैसे गंभीर अपराधों को अंजाम दे रहे हैं। इसके अलावा कुछ कुख्यात अपराधी जेल की दीवारों से परे अपने संपर्कों के नेटवर्क का उपयोग करके, जेल में रहते हुए भी अपनी आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं।इन गैंगस्टरों और उनकी आपराधिक गतिविधियों के बारे में जानकारी इक_ा कर तकनीकी और मैन्युअल निगरानी के जरिये जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई और अमेरिका में छिपे गोल्डी बराड़ के इशारे पर काम करने वाले उनके शूटरों के बारे में पता लगाया गया। यह भी पता चला कि इन गैंगस्टरों ने हथियार भी खरीदे थे। उक्त सूचना पर मामला दर्ज कर सेल की कई टीमों विभिन्न राज्यों में भेजा गया।



























