
गुड्स एंड सर्विस टैक्स की जटिलता पर बोले अधिकारी
कोरबा। स्टेट जीएसटी के संयुक्त आयुक्त दीपक गिरी ने व्यवसायियों को बताया कि पार्टी के पास सामान पहुंचने तक पकड़ाने की स्थिति में पेनाल्टी लगेगी, यदि नहीं पकड़ाया तो बाद में कोई पेनाल्टी नहीं लगेगी। लेकिन ई वे बिल को व्यवहार में लाना चाहिये। यह आज की जरूरत है।
कोरबा जिला चेम्बर ऑफ कॉमर्स के द्वारा डीडीएम रोड स्थित चेम्बर भवन में जीएसटी से संबंधित एक कार्यशाला में उन्होंने यह जानकारी दी। गिरी ने पूछा कि पूरे छत्तीसगढ़ में जीएसटी कलेक्शन बढ़ रहा है लेकिन कोरबा में कम हो रहा है, कोरबा में व्यापार कमजोर हो रहा है क्या? ई वे बिल की जांच के लिए कोरबा में कोई टीम नहीं है। रायगढ़ एवं बिलासपुर में टीम जांच कर रही है। व्यापारियों ने व्यवहारिक समस्याओं के बारे में सवाल किये। जीएसटी से जुड़ी समस्याओं के निदान के लिए 9 जुलाई मंगलवार को शाम 5 बजे चेम्बर भवन डीडीएम रोड कोरबा में जीएसटी की कार्यशाला आयोजित की गयी। कार्यशाला में आलोक कुमार सिंह प्रभारी उपायुक्त कोरबा वृत-2, मनहरन लाल निर्मलकर सहायक आयुक्त, श्रुति सोनी सहायक आयुक्त एवं श्रीमती कीर्तिका राज अति. सहायक आयुक्त बैठक में उपस्थित रहे। इन सभी का जिला चेम्बर ऑफ कामर्स के अध्यक्ष योगेश जैन एवं सुरेन्द्र जैन सहित अन्य ने स्वागत किया। तत्पश्चात स्वागत उद्बोधन में जिला चेम्बर ऑफ कामर्स के अध्यक्ष योगेश जैन ने कहा कि कोरबा में स्टेट जीएसटी के अधिकारियों का रवैया काफी सहयोगात्मक रहता है। उन्होंने अपील की सुविधा कोरबा में देने पर सुझाव दिया। किशोर चावलानी सहित अन्य व्यवसायियों ने भी अपने सेक्टर से जुड़ी समस्याओं और इनके समाधान के लिए सवाल किए और सुझाव भी दिए।
कार्यशाला में जिला चेम्बर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज कोरबा के संरक्षक रामसिंह अग्रवाल, अध्यक्ष योगेश जैन, कोषाध्यक्ष ओमी रामानी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष आर पी तिवारी, राजेन्द्र अग्रवाल, मंत्री विक्रम अग्रवाल, दिनेश भाई पटेल, संजय अग्रवाल, एडवोकेट कैलाश अग्रवाल, सीए आशीष अग्रवाल, सीए अंकित अग्रवाल, सीए पलाश रेलवानी, प्रकाश जैन, दिन्नु राठौर, हितेश अग्रवाल, कैलाश अग्रवाल, राजेश अग्रवाल, गुड्डू साहु, अनिल अग्रवाल, शशि माखीजा, सुरेन्द्र जैन, पूर्व सचिव युनुस मेमन, अंकित भिवानिया, धीरेन्द्र संघवी, किशोर भाई पटेल, मनोज जेसरानी आदि व्यापारी उपस्थित थे।