जांजगीर – चांपा। सावन का पहला सोमवार 22 जुलाई को है। इस दिन शिवालयों में भगवान शिव की पूजा – अर्चना, जल व दूध से अभिषेक होगा। इसके लिए शिव मंदिरों में तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। वहीं कांवरिए भी नदियों से जल भरकर मंदिर पहुंचेंगे। खरौद, नवागढ़ , पीथमपुर व तुर्रीधाम में इसके लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी ।
सावन सोमवार पर अंचल के शिवालयों में हर – हर महादेव और ऊं नम: शिवाय गूंजेगा। इसके लिए मंदिरों में तैयारियां पूरी हो गई है। खरौद के लक्ष्मणेश्वर मंदिर, पीथमपुर के कलेश्वरनाथ मंदिर, तुर्रीधाम के शिव मंदिर, जांजगीर के सेंधवार महादेव, चंदनियापारा स्थित शिव मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी इसके लिए मंदिरों में साफ – सफाई व रंग रोगन कर लिया गया है। नवागढ़ में किरीत, नेगुरडीह, मिसदा, केरा, धुरकोट, धाराशिव, अवरीद, बुड़ेना सहित आसपास के ग्रामीण बड़ी संख्या में पहुंचते हैं।
शिवालयों में जल चढ़ाने बड़ी संख्या में श्रद्धालु कांवर लिए बोल बम और हर – हर महादेव के जयकारा के साथ नदियों से जल भरेंगे और पैदल यात्रा कर शिवलिंग में जल चढ़ाएंगे। महानदी और हसदेव नदी के संगम स्थल देवरी (केरा) से जल भरकर श्रद्धालु नवागढ़ पहुंचेगे। इसी तरह हसदेव नदी केराझरिया चांपा से जल भरकर कांवरिए पीथमपुर और नैला गौशाला के पास सिद्ध महादेव में चढ़ाएंगे। शिवरीनारायण के महानदी से जल भरकर श्रद्धालु लक्ष्मणेश्वर मंदिर में जलाभिषेक करेंगे।
इस बार पांच सावन सोमवार
इस वर्ष पांच सावन सोमवार पड़ रहा है। सावन महीने की शुरूआत सोमवार से हो रहा है और समापन भी सोमवार को ही होगा । पहला सोमवार 22 जुलाई को, दूसरा सोमवार 29 जुलाई को, तीसरा सोमवार 5 अगस्त और चौथा सोमवार 12 अगस्त और पांचवां सोमवार 19 अगस्त को पड़ेगा। भगवान शिव का जल, दूध, दही, शहद, इत्र, घी, गंगाजल, गन्ने का रस इत्यादि से अभिषेक किया जाता है।