
!सिरसा, २१ सितम्बर । स्वास्थ्य विभाग सिरसा व पंजाब के बरनाला जिला की टीम ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए पंजाब में दो जगह मोहाली के डेराबस्सी और मोगा के जीरा तहसील के गांव फतेहगढ़ में डिकाय आप्रेशन कर गर्भस्थ शिशु के भ्रुण लिंग परीक्षण करने के दो मामलों का पर्दाफाश किया है।दो दिनों में की गई इस कारवाई में टीम की ओर से दो जगह से इस कार्य में संलिप्त एक महिला सहित तीन जनों को गिरफ्तार किया है। जबकि एक आरोपित डिकाय की सूचना पर टीम से बचकर फरार हो गया। दरअसल, वर्ष 2014 में हरियाणा में लिंगानुपात 871 था। इसीलिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरुआत पानीपत से की थी, ताकि कोख में बेटियों की हत्या का दाग धुले। पीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट को लेकर मनोहर सरकार ने पहली पारी में पूरी प्रतिबद्धता दिखाई। लिंग जांच और भ्रुण हत्या को लेकर लगातार सख्ती और पड़ोसी राज्यों उत्तर प्रदेश, पंजाब, राजस्थान और दिल्ली में निरंतर छापामारी के चलते लिंगानुपात में 52 अंकों का सुधार आया। पिछले कुछ समय से पड़ोसी राज्यों में ढिलाई और हरियाणा में मानिटरिंग व जवाबदेही में कमी से लिंगानुपात फिर गड़बड़ाया है।