सियोल, २९ जुलाई । रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के दौरान रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु ने बुधवार को उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन से मुलाकात की। इस दौरान दोनों ने सैन्य और क्षेत्रीय सुरक्षा सहित कई अन्य मुद्दों पर चर्चा की। रूसी रक्षा मंत्री का उत्तर कोरिया का दौरा ऐसे समय पर हुआ है, जब दोनों देशों के संबंध अमेरिका के साथ सबसे चुनौतीपूर्ण दौर में पहुंच गए हैं। रूस और यूक्रेन दोनों देशों के बीच जब से युद्ध की शुरुआत हुई है तब से लेकर अमेरिका ने रूस पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए है, जिससे दोनों देशों के बीच रिश्ते सबसे निचले स्तर पर पहुंच गए हैं। हालांकि, इन सभी के बीच रूस का प्योंगयांग के साथ रिश्तों में काफी नजदीकियां देखी गई हैं। सोवियत संघ के विघटन के बाद उत्तर कोरिया के रिश्ते रूस के साथ इतना मधुर नहीं थे। मालूम हो कि शीत युद्ध के शुरुआती दिनों में सोवियत संघ के समर्थन से ही कम्युनिस्ट उत्तर कोरिया का गठन हुआ था।उत्तर कोरिया यूक्रेन युद्ध में रूस के साथ गठबंधन कर रहा है। प्योंगयांग इस बात पर भी जोर दे रहा है कि अमेरिका के नेतृत्व वाले पश्चिम की वर्चस्ववादी नीति के कारण ही मास्को ने अपनी सुरक्षा हितों की रक्षा के लिए यूक्रेन पर सैन्य कार्रवाई कर रहा है। मालूम हो कि अमेरिका ने इस युद्ध में उत्तर कोरिया पर रूस को बड़े पैमाने पर हथियार मुहैया करने के आरोप लगाए हैं। हालांकि, उत्तर कोरिया ने अपने उपर लगे इस दावे का खंडन करते हुए सिरे से नकार दिया है। उत्तर कोरिया का गठन तब के रहे सोवियत संघ के समर्थन से हुआ था। हालांकि, एक राष्ट्र बनने के बाद उत्तर कोरिया दशकों तक सोवियत संघ से सहायता लेता रहा और उसपर निर्भर होता चला गया, लेकिन साल 1990 के दशक में सोवियत संघ का पतन हुआ तब उत्तर कोरिया की स्थिति खराब हो गई और देश को भयंकर अकाल का सामना करना पड़ा और इसका सामाजिक ताना-बाना चरमरा गया। प्योंगयांग और मॉस्को के बीच रिश्तों में नया मोड़ उत्तर कोरिया के साल 2017 में आखिरी परमाणु परीक्षण के बाद आया, जब किम जोंग उन ने दोनों देशों के बीच संबंधों को सुधारने के लिए कई कदम उठाए। वह पहली बार साल 2019 में रूसी शहर व्लादिवोस्तोक में एक शिखर सम्मेलन में पहली बार रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिले थे, जिसके बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अक्टूबर में उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं भेजीं थी। इसके बाद जून में रूस के राष्ट्रीय दिवस के लिए एक संदेश में किम ने राष्ट्रपति पुतिन के साथ हाथ मिलाने और रणनीतिक सहयोग को मजबूत करने की कसम खाई। यूक्रेन युद्ध में रूस को समय-समय पर उत्तर कोरिया का समर्थन मिलता रहा है। यूक्रेन से अगल हुए कई यूक्रेनी इलाकों को रूस द्वारा अपने में मिलाने के बाद उत्तर कोरिया ने क्षेत्रों की सबसे पहले स्वतंत्रता को मान्यता दे दिया। उत्तर कोरिया ने यूक्रेन के कुछ हिस्सों पर रूस के घोषित कब्जे के लिए समर्थन भी व्यक्त किया था।