
बलरामपुर। शासकीय कार्यालयों में बिजली की खपत कम करने ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोतों का उपयोग किया जा रहा है। इसमें सौर ऊर्जा महत्त्वपूर्ण माध्यम है। सौर ऊर्जा के उपयोग से हम बिजली की बचत कर सकते हैं।
कलेक्टोरेट बलरामपुर में छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विभाग (क्रेडा) द्वारा सीएसटी बेस एयर कंडीशन सिस्टम लगाया गया है। 60 टन क्षमता वाले इस एयर कंडीशन सिस्टम की स्थापना गुजरात की एक कंपनी द्वारा वित्तीय वर्ष 2017-18 में किया गया है।लगभग 60 लाख की लागत वाले इस सिस्टम का उपयोग नहीं हो पा रहा है। कलेक्टोरेट कार्यालय के छत पर सीएसटी बेस एयर कंडीशन सिस्टम के लिए सोलर पैनल लगाया गया है। सोलर पैनल से ही छत भरा पड़ा हुआ है। सारी व्यवस्था होने के बाद भी यह उपयोग में नहीं है। कलेक्टोरेट के विभिन्न शाखाओं में एयरकंडीशन का संचालन बिजली से ही किया जा रहा है। बिजली की बचत के लिए यह सिस्टम लगा हुआ है लेकिन बिजली की बचत नहीं हो पा रही है।
तकनीकी कारणों से यह सिस्टम चालू नहीं है। दो वर्ष पहले तक इसकी उपयोगिता सुनिश्चित की जा रही थी लेकिन अब यह किसी काम का नहीं रह गया है। क्रेडा के सहायक अभियंता सुमन किंडो ने बताया कि सिस्टम ठीक है परंतु वर्तमान में इसका उपयोग नहीं हो रहा है। सीएसटी बेस एयर कंडीशन सिस्टम सीधे तौर पर सौर ऊर्जा से जुड़ा हुआ है। इस सिस्टम का कनेक्शन,कलेक्टोरेट सभाकक्ष सहित 10 शसकीय कार्यालयों में भी दिया गया है। बिजकी प्रवाह बंद रहने की स्थिति में उपयोग किया जा सकता है परंतु वर्तमान में बंद है जिसका उपयोग नहीं हो पा रहा है। कलेक्टोरेट की छत पर लगा सोलर सिस्टम दूर से ही लोगों को दिखता है। छत का पूरा हिस्सा सोलर पैनल व उपकरण से भरा पड़ रह गया है।