
जांजगीर। नवगठित जिला सक्ती में जहां शिक्षा विभाग के साथ प्रशासनिक व्यवस्था भी चरमराने लगी है। मामला स्कूली बच्चों द्वारा पढ़ाई लिखाई छोडक़र चक्काजाम करने का है। खास बात यह है कि माह भर पहले शिक्षा विभाग ने जिस शिक्षक का ट्रांसफर किया था, उसे रोकने के लिए बच्चे सडक़ पर उतर आए। स्थिति यह बनी कि शिक्षा विभाग ने अपना संशोधित किया और उक्त शिक्षक को उसी स्कूल में यथावत रखने के आदेश जारी करने पड़े। गुरूवार 14 नवंबर बाल दिवस के दिन शासकीय हाईस्कूल चिस्दा के छात्र छात्राओं ने पढ़ाई लिखाई छोड़ कर आंदोलन का रूख अख्तियार कर दिया। वे अपरान्ह 3 बजे मुख्य मार्ग पर उत्तर आए और चक्काजाम कर दिया। इस दौरान वे अपने विद्यालय में पदस्थ गणित के व्याख्याता के स्थानांतरण आदेश पर रोक लगाने की मांग कर रहे थे। उनका कहना था कि जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से बीते 3 अक्टूबर को आदेश जारी करके गणित व्याख्याता सीआर विजय का स्थानांतरण खम्हरिया किया गया है। वे उक्त शिक्षक का स्थानांतरण नहीं चाहते है। चक्का जाम के दौरान विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने कर जमकर नारेबाजी की और स्थानांतरण आदेश में रोक लगाने की मांग करने लगे। चक्का जाम की सूचना मिलने पर हसौद तहसीलदार भीष्म कुमार पटेल और थाना प्रभारी विंन्टन साहू मौके पर पहुंचे। उन्होंने बच्चों की बातें सुनी और उनसे चर्चा की। इस दौरान विद्यालय के बच्चों ने हसौद तहसीलदार के समक्ष अपनी मांग रखी और अपने शिक्षक के स्थानांतरण आदेश पर तत्काल रोक लगाने की मांग करने लगे। तहसीलदार ने बच्चों की मांगों को जिला शिक्षा अधिकारी तक पहुंचा तब जिला शिक्षा अधिकारी ने 3 गणित व्याख्याता सीआर विजय को यथावत चिस्दा हाई स्कूल में रखने आदेश जारी किया।