सूरजपुर। कलेक्टर रोहित व्यास ने कलेक्टोरेट सभाकक्ष में जिला सडक़ सुरक्षा समिति की बैठक ली। इस दौरान उन्होंने जिले में सडक़ दुर्घटनाओं को रोकने एवं इसके संबंध में जागरूकता की आवश्कता पर चर्चा की। इस बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्रीमती कमलेश नंदिनी साहू, अपर कलेक्टर श्रीमती नयनतारा सिंह तोमर, संयुक्त कलेक्टर नरेन्द्र पैंकरा, सर्व एसडीएम, जिला परिवहन अधिकारी अनिल भगत, यातायात निरीक्षक एफ कुजुर सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
बैठक में कलेक्टर व्यास ने सडक़ दुर्घटनाओं को देखते हुए जिले के सभी ब्लैक स्पॉट के संबंध में जानकारी ली एवं ब्लैक स्पॉट के सुधार के सभी संभव उपाय करने को कहा ताकि सडक़ दुर्घटनाओ में कमी लाई जा सकता है। घाटपेंडारी में दुर्घटनाओं को देखते हुए उन्होंने वहां सतत् मानिटरिंग करने के निर्देश दिए। साथ ही वहां रात्रिकालिन दुर्घटना को रोकने के लिए हाईमास्ट् लाईट लगानेे के निर्दश भी दिए। साथ ही उन्होंने इस संबंध में लोगों को जागरूक करने के लिए भी कहा कि रात्रि में गाड़ी खराब होने पर अंधेरे में सडक़ों पर गाड़ी बिना इंडिकेटर जलाए खड़ी न करें। उन्होंने लोगों से वाहन ज्यादा स्पीड में न चलाने की अपील भी की है। रात्रिकालीन दुर्घटनाओं से बचाव के लिए सडक़ किनारे लगे पेड़ों में रिफलेक्टर लगाने, जिन स्थानों में आवश्यक हो उन स्थानों में रम्बल स्ट्रीप, ब्रेकर और साइन बोर्ड लगाने केे निर्देश भी उन्होंनेे दिए हैं।
उन्होंने जिले में जहां भी सडक़ किनारे अवैध अतिक्रमण कर यातायात में व्यवधान उत्पन्न कर दुर्घटना को बढ़ावा दिया जा रहा हैं ऐसे सभी क्षेत्रों से अतिक्रमण हटाने के लिए राजस्व, पुलिस विभाग एवं नगरीय निकाय के अधिकारियों को अतिक्रमण हटाने की संयुक्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। सडक़ों पर घूमने वाले सभी अवारा मवेशियों को त्वरित कार्यवाही कर हटाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने दुपहिया वाहन चलाने वालों को अनिवार्य रूप से हेलमेट का उपयोग करने के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने के लिए कहा। बिना हेलमेट पहने दुपहिया वाहन चलाने वालों एवं बिना सीट बेल्ट पहनने वाले चारपहिया चालकों पर चालान काटने की कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा शराब पीकर वाहन चलाने पर सख्त कार्यवाई के निर्देश दिए हैं।
कलेक्टर श्री व्यास ने नाबालिक बच्चों को गाड़ी नहीं देने के लिए अभिभावकों को जागरूक करने के साथ ही ऐसे बच्चे जो दुपहिया वाहन से स्कूल जाते हैं इस संबंध में भी उचित कार्यवाई करने के निर्देश दिए। जिले के स्कूल बसों और ऑटो का फिटनेस परीक्षण करने, स्कूल बसों और ऑटो में क्षमता से अधिक बच्चे न बैठे इसके लिए नियमित जांच करने के निर्देश दिए। नियम विरूद्ध स्कूली बस एवं ऑटो के संचालन पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्कूल बस चालकों एवं समस्त स्टॉफ का शत प्रतिशत पुलिस वेरिफिकेशन करवाने के लिए कहा। सभी स्कूलों, कोचिंग सेंटर में सडक़ सुरक्षा के संबंध में बच्चों को जागरूक करने के लिए कहा है। उन्होंने एएसएस एवं एसीसी के वालंटियर के साथ-साथ ग्राम क्षेत्रों में सरपंचो, पंचों सचिवों, महिलाओं को भी फस्र्ट एड टेऊनिंग देने की आवश्यकता बताई ताकि दुर्घटना की स्थिति में पीडि़त को त्वरित राहत पहुंचाई जा सके।
इसके अलाावा उन्होंने कहा कि जिस स्थान में सडक़ दुर्घटना हुई है उस स्थान में जाकर लोक निर्माण विभाग, नेशनल हाईवे, पुलिस विभाग समिति के अधिकारी जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने कहा। जिससे उस स्थान में सुधारात्मक कार्रवाई की जा सके। उन्होंने कहा कि मोटर व्हीकल एक्ट के तहत सडक़ दुर्घटना से प्रभावितों को आर्थिक सहायता दी जाती है। इसके लिए जनसामान्य को जागरूक करना चाहिए। इसके अलावा उन्होंने समिति को सडक़ दुर्घटना के सभी संभावित कारणों की जांच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने को कहा है ताकि किसी भी प्रकार की दुर्घटना को रोका जा सके।