
बीएनएस के तहत पुलिस ने की कार्रवाई
कोरबा। छत्तीसगढ़ में शराब बंदी नारों की जद में बनी हुई है लेकिन हुआ कुछ नहीं है। शराब की दरों में पहले बढ़ोत्तरी की गई और अब राहत देने के विकल्प पर काम किया जा रहा है। इन सबके बीच शराब का नशा जमकर चढ़ रहा है और इस चक्कर में कई प्रकार की घटनाएं हो रही है। पुलिस ने ऐसे एक मामले में करण लहरे को गिरफ्तार किया है जिसने शराब पीने के बाद दो वेल्डर को चाकू से हमला कर जख्मी कर दिया।
कोतवाली पुलिस थाना के मानिकपुर चौकी क्षेत्र अंतर्गत अमरैयापारा नवधा चौक में यह घटना शुक्रवार को हुई। पुलिस ने बताया कि मिनहाज कादरी, अमन कादरी और प्रभुजोत सिंह पेशे से वेल्डर हैं। इन्होंने स्थानीय स्टेशन में कोई काम लिया हुआ है। उसे करने के लिए ये तीनों कार्य स्थल की तरफ जा रहे थे। इसी दौरान नवधा चौक इलाके में शराब के नशे में करण लहरे मिला। बिना किसी बात को लेकर उसने इन लोगों से बहसबाजी की। इस पर प्रतिरोध जताया गया तो लहरे ने पास में रखे चाकू से आक्रमण कर दिया। घटना में मिनहाज और प्रभुजोत को चोटें आई है। मामले की जानकारी पीडि़त पक्ष के द्वारा पुलिस को दी गई। इस प्रकरण में आरोपी के विरूद्ध भारतीय न्याय संहिता की धारा 296, 351, 115 के अंतर्गत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है। वहीं शराब पीकर दुव्र्यवहार किए जाने और रास्ता रोके जाने पर 118 धारा भी जोड़ी गई है। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी फरार हो गया था। उसकी निगरानी की जा रही थी। आज सुबह मिली सूचना के आधार पर पुलिस ने उसे दबोच लिया। घटना में प्रयुक्त चाकू को जब्त किया गया है। पीडि़तों को मेडिकल कॉलेज हास्पिटल में भर्ती कराया गया है जबकि आरोपी को कोर्ट में पेश करने की तैयारी की जा रही है। पुलिस ने बताया कि क्षेत्र में गुंडा तत्वों की हरकतों के बारे में लगातार शिकायतें प्राप्त हो रही है। इस पर कठोर कार्रवाई करने की मानसिकता है।
रात्रिकालीन पेट्रोलिंग की ज्यादा जरूरत
खबरों में बताया गया कि काफी समय से मानिकपुर पुलिस रात्रिकालीन पेट्रोलिंग गश्त को लेकर गंभीर नहीं है। लोकसभा चुनाव के दौरान उसकी सक्रियता जरूर नजर आ रही थी लेकिन उसके बाद यह सब इतिहास बन गया है। पता चला है कि रात्रि 11 बजे के बाद पुलिस की गाड़ी में एक-दो जवान मुड़ापार बाजार क्षेत्र में पहुंचकर शराबखोरी करने वालों की ताक में रहते हैं और इसके बाद लौट जाते हैं। कई स्थानों पर शराबखोरी समेत दूसरी हरकतों में लिप्त तत्वों पर नकेल कसने का काम नहीं हो रहा है। इस चक्कर में ऐसे तत्वों के मनोबल में बढ़ोत्तरी हो रही है। जब तक इस तरफ अपेक्षित कार्रवाई नहीं होगी, गतिविधियां यथावत चलती रहेंगी और इस प्रकार की घटनाएं सामने आती रहेंगी।