कोरबा। औद्योगिक नगर कोरबा में बढ़ती जनसंख्या और कामकाज के दबाव के बीच स्ट्रीट फूड की मांग बढ़ गई है। सैकड़ो की संख्या में नवीन व्यवसाय आसपास में नजर आ रहे हैं। कारोबार करने वाले वर्ग का जीवन स्तर लोगों की दीवानगी के कारण बेहतर हो रहा है। अल्युमिनियम, बिजली और कोयला के कारण कोरबा की पहचान बनी हुई है। इसके अलावा विभिन्न प्रकार के व्यवसाय भी यहां पर संचालित हो रहे हैं। इन संस्थानों में काम करने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है। ऐसे लोगों का वास्ता छत्तीसगढ़ के अलावा अन्य राज्यों से है। कोरबा में रहने के साथ-साथ अपनी खान-पान संबंधी जरूरत की पूर्ति करने के लिए लोग किफायती साधन की तलाश कर रहे हैं । इसके पीछे वजह यह बताई जा रही है कि लोगों को अपने प्रबंधन के साथ-साथ कमाई का एक अच्छा खासा हिस्सा बचना भी है ताकि उसके माध्यम से दूसरे कार्यों को किया जा सके। महानगरों का भ्रमण करने के साथ लोगों ने जो अनुभव किया उसके आधार पर अब कोरबा व्यावसायिक क्षेत्र में भी इसके उदाहरण देखने को मिल रहे हैं स्ट्रीट फूड के रूप में। देखा जा रहा हैं कि आईटीआई रोड कौसाबड़ी निहारिका घंटाघर ट्रांसपोर्ट नगर से लेकर मुख्य मार्ग पर सैकड़ो की संख्या में स्ट्रीट फूड की दुकान सुबह और शाम के समय लग रही हैं। प्रतिदिन इनके माध्यम से हजारों की संख्या में लोगों का पेज भर रहा है वह भी काफी कम रुपया खर्च कर। लोग अब इस तरह के स्वाद के अभ्यास हो गए हैं और उन्हें इसमें संतुष्टि भी मिल रही है। यही कारण है कि अब कोरबा के साथ-साथ उप नगरीय क्षेत्र में स्ट्रीट फूड के प्रति लोगों की दीवानगी बढ़ती ही जा रही है। कारोबार करने वाला वर्ग बताता है कि उनके हजारों ग्राहकों के कारण उनकी जीविका न केवल चल रही है बल्कि उनके जीवन स्तर में अप्रत्याशित बदलाव भी कर दिया है।