कोरबा। लगभग एक पखवाड़ा से चल रहे घटना क्रम और हर किसी को भयभीत करने की हरकतों के बीच उरगा पुलिस ने विकास यादव नामक आरोपी को धर दबोचा है। इसके साथ ही राहत की सांस ली है। इस मामले में एक विवाहेतर संबंध को सबसे बड़ी वजह माना जा रहा है। अन्य सभी तथ्यों के बारे में विस्तृत जांच की जा रही है।
कोरबा जिले की उरगा पुलिस ने आखिरकार नवापारा से जुड़े मामले को चुनौती के अंदाज में लिया और हल कर ही दम लिया। नवापारा गांव में खुद को कलयुग का कल्कि अवतार बताकर रामसिंह की हत्या पिछले दिनों कर दी गयी थी। इसे अंजाम देने वाले आरोपी का नाम विकास कुमार यादव है,जो कोरबा-चांपा जिले की सीमा से लगे सिवनी गांव के सिंचाई कॉलोनी का निवासी है। उसने सुनियोजित ढंग से इस घटना को अंजाम दिया और पुलिस को गुमराह करने के लिए कई साजिशें रची। यह पूरी घटना नवापारा गांव में रहने वाली एक महिला के साथ अवैध संबंधो को लेकर घटी। आरोपी विकास ने जिस बुजूर्ग रामसिंह कंवर की हत्या की थी, उसका ईरादा उसकी नहीं बल्की उसके पुत्र जगदीश कंवर की हत्या करना था,लेकिन धोखे से उसने जगदीश के पिता राम सिंह कंवर की जिंदगी छिन ली। पूछताछ में पता चला कि जिस महिला के साथ आरोपी विकास यादव का अवैध संबंध था उसी महिला के साथ जगदीश के भी संबंध थे। इसी बात को लेकर आरोपी और महिला के बीच हमेशा खटपट होती रहती थी। आरोपी ने महिला को लाईन पर लाने की कोशिश की लेेकिन नाकामी हासिल हुई। इसलिए आरोपी ने जगदीश को ही हटा दिया। जानकारी के अनुसार 23 फरवरी की रात आरोपी नवापारा गांव पहुंचार। यहां पर प्रधानमंत्री आवास के निर्माणाधीन स्थल के सामने चबूतरे पर सो रहे रामसिंह कंवर पर ताबड़तोड़ हमला कर गंभीर रुप से घायल किया और मौके से फरार हो गया।
रामसिंह को इस घटना के बाद कोरबा के नीजि अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां पर उसकी मौत हो गयी। पुलिस ने इस प्रकरण में अपराध दर्ज किया और जांच पड़ताल तेज की। इसके साथ ही अपने गुप्तचरों को सक्रिय किया की जानकारी हासिल करें। सूत्रों ने बताया कि रामसिंह पर प्राणघातक हमला किये जाने के अगली सुबह पता चला,कि जगदीश घर के भीतर सो रहा था।
नई धमकियों से बिगड़ा मामला
रामसिंह की मौत के बाद नया तमाशा लोगों को देखने को मिला जिससे उन्हे भयभीत होना पड़ा। गांव में एक दीवार पर मोनू के साथ ही अन्य पांच लोगों की हत्या करने संबंधी धमकी भरा संदेश लिख मिला। मोनू ने इस मामले कें एक व्यक्ति से पुरानी रंजिश होने की जानकारी दी थी।संदेह के आधार पर पुलिस ने विकास को एक बार हिरासत में लेकर पूछताछ भी की लेकिन पुलिस के सामने उसने अपना मुंह नहीं खोला। और उसके बाद जिस मुक्तिधाम में रामसिंह कंवर का अंतिम संस्कार किया गया था उसी मुक्तिधाम के पिल्लर पर उसने तलवार और उसके नीचे चिट्टी रख दी। आगे की पूछताछ और जांच में मामले की नई परते सामने आई और पूरे रहस्य से पर्दा उठ गया।