कोरबा। एक लकड़हारे ने सूझबूझ का परिचय देते हुए अपनी जान बचाई, जिस पर तीन भालुओं ने हमला कर दिया था। घटना के बाद घायल लकड़हारे ने सांस रोकी और लेटा रहा। भालुओं ने समझा कि वह समाप्त हो चुका है और वहां से चले गए। बाद में डायल 112 ने पीडि़त को अस्पताल पहुंचाया।
कोरबा जिले बांगो थाना क्षेत्र में यह घटना हुई। बताया जा रहा है,कि चंद्रशेखर लकड़ी लेने जंगल गया था। इसी दौरान तीन भालुओं ने उस पर हमला कर दिया। काफी देर तक दोनों के बीच संघर्ष चला। इस दौरान खून से लथपथ चंद्रशेखर ने एक तरकीब अपनाई। सांस रोककर वह जमीन पर लेट गया। चंद्रशेखर को मरा हुआ समझकर भालू वापस लौट गए। किसी तरह चंद्रशेखर अपने घर पहुंचा फिर मदद के लिए डायल 112 को सूचना दी,जिसके बाद उसे कटघोरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। इससे पहले भी इस प्रकार की घटना जिले में हुई है जिसमें पीडि़तों ने जंगली जानवरों को चकमा देकर खुद को बचाया। इससे यह बात भी स्पष्ट हो रही है कि समय के साथ जंगली क्षेत्रों में रहने वाले लोगों का सामान्य ज्ञान हिंसक पशुओं से खुद को बचाने के मामले में बढ़ रहा है।