चंडीगढ़, 07 अक्टूबर ।
हरियाणा में विधानसभा की 90 सीटों पर शनिवार को 67.90 प्रतिशत वोटिंग हुई है, जो कि साल 2019 में हुई 67.92 प्रतिशत वोटिंग के मुकाबले 0.02 प्रतिशत कम है। वोटिंग में आई कमी से मंत्री और कांग्रेस-भाजपा के निवर्तमान विधायकों की सीटें भी दूर नहीं रहीं। दोंनों इस घटे मतदान के संभावित नतीजों से डरें हैं। लेकिन दोनों के इसे अपने हक में बताने के तर्क भी हैं।भाजपा की सीएम नायब सैनी की अगुवाई वाली सरकार में मंत्री रहे 11 नेताओं की सीटों पर कम वोटिंग हुई है। भाजपा के ही 20 विधायकों की सीटों में से आठ सीटों पर भी वोटिंग का प्रतिशत कम रहा है।
कांग्रेस के 31 निवर्तमान विधायकों की सीटों में से 22 पर वोटिंग प्रतिशत कम रहा है। सिर्फ नौ सीटों पर ही ये बढ़ा है। राज्य मंत्री रहे भाजपा के महिपाल ढांडा की पानीपत ग्रामीण सीट पर सबसे ज्यादा वोट प्रतिशत गिरा है। यहां 2019 में 67.87प्रतिशत वोटिंग हुई थी, जबकि इस बार 60.87 प्रतिशत मतदान हुआ है। निवर्तमान राज्य मंत्री संजय सिंह की सीट सोहना पर सबसे कम 0.46 प्रतिशत वोटिंग गिरी है।

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