
कई मानक पर होगा काम प्रोजेक्ट पर
-स्थानीय संवाददाता-
कोरबा। मौज-मस्ती और खाना-पीना सहित कई मनोरंजक गतिविधियां। कुछ इसी तरह की पहचान मिली हुई है आंगनबाड़ी केंद्रों्र को जो शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में संचालित हो रहे हैं। समय के साथ इनोवेशन की तरफ ध्यान दिया जा रहा है। तय किया गया है कि कोरबा जिले के शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में ऐसे 700 आंगनबाड़ी को सक्षम बनाया जाएगा। इससे यहां की तस्वीर बदलेगी और माहौल भी।
महिलाओं व बच्चों के सुपोषण और उन्हें आदर्श स्थिति में लाने के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन एकीकृत महिला बाल विकास विभाग की ओर से किया जा रहा है। कई संगठनों की रूचि इस तरफ बढ़ी है जो समय-समय पर राष्ट्रीय स्तर पर कार्यक्रमों में भागीदारी किया करते हैं। सरकार प्रवर्तित कई आयामों को क्रियान्वित करने की जिम्मेदारी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भी मिली हुई है और वे अपनी भूमिका का निर्वहन इस दिशा में कर रही है। जिले में संचालित ऐसे कुल केंद्रों के अनुपात में 25 प्रतिशत केंद्रों को सक्षम करने का लक्ष्य है। इनकी संख्या 700 के आसपास बताई गई है। इन्हें हर तरीके से सक्षम या समर्थ बनाना है। बेहतर वातावरण देने के साथ यहां सामान्य शिक्षा, स्वास्थ्य और जानकारी के हिसाब से संसाधनों की उपलब्धता की जानी है। स्थानीय स्तर पर क्या सहयोग मिल सकता है। इसका ध्यान भी रखा जाएगा। कोरबा जिले की समस्त परियोजनाओं के हिसाब से कई आंगनबाड़ी केंद्रों को इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत चिन्हित किया गया है जहां पर संबंधित कार्यों को अंजाम देना है। कोरबा जिले में पांच विकासखंडों के अंतर्गत स्थित कुल प्रोजेक्ट में शामिल आंगनबाडिय़ों की संख्या 2500 है। इनमें से 500 की संख्या ऐसी है जिनके संचालन के मामले में वैकल्पिक सुविधा ली गई है। जबकि बाकी केंद्र आईसीडीएस के खुद के हैं। यहां से जुड़ी हुई समस्याओं का समाधान करने को लेकर विभाग प्रयत्नशील है।
एप के माध्यम से की जा रही निगरानी
आंगनबाड़ी केंद्रों की गतिविधियों और सरकार की योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन को लेकर आईसीडीएस का अमला प्रतिबद्ध है। लोकेशन ट्रैस एप के माध्यम से इन पर निगरानी रखी जा रही है। वर्क कल्चर को हर हाल में अच्छा बनाए रखने के लिए अमले को सतर्क किया गया है जो रोस्टर के हिसाब से अपने दायित्व को निभा रहा है। जिले में आंगनबाड़ी केंद्रों की व्यवस्था कुल मिलाकर अच्छी रहे, यह प्रयास है।
रेणु प्रकाश, डीपीओ, आईसीडीएस कोरबा