बिर्रा। गत शनिवार की सुबह ट्रक की चपेट में आने से एक वानर की मृत्यु हो जाने के बाद हनुमान भक्त श्रद्धालुओं ने वानर राज का बाजार चौक पर विधिवत पूजा अर्चना कर अंतिम संस्कार किया गया, जहां उनके याद में मंच का निर्माण कर दोपहर से देर रात तक रामायण का आयोजन किया गया। रामायण में बिर्रा सहित आसपास के रामायण प्रेमियों को आमंत्रित किया गया।
श्रद्धालु पहुंचकर पूजा अर्चना करते हुए अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए नारियल अगरबत्ती केला लड्डू बूंदी चढ़ाया। आचार्य पं जितेन्द्र तिवारी ने विधिवत पूजन संपन्न कराया व संध्या आरती पूजन किया गया। रितेश रमण सिंह छोटू बाबा ने कहा कि बिर्रा में इस तरह की तीन चार घटनाएं हो चुकी है जिस पर हनुमान भक्तों ने वानर का अंतिम संस्कार किया गया है जिसमें घनवा सागर तालाब में करेंट की चपेट में आने पर वानर राज की याद में भब्य मंदिर का निर्माण कर विधिवत प्राण प्रतिष्ठा किया गया है। यहां हुई इस घटना पर भी हनुमान चौरा का निर्माण कर विधिवत पूजन संपन्न हुआ है और रामायण का आयोजन किया गया है। रामायण प्रेमी व रामलीला मंडली के संरक्षक श्रवण कुमार कश्यप ने रामायण भजन कीर्तन में लाल देह लाली बसे अरू धरि लाल लंगूर गायन करते हुए सांध्यकालीन आरती में रामायण जी और हनुमान जी की आरती गायन किया गया। हनुमान भक्त समीति द्वारा खीर पूड़ी प्रसाद वितरण किया गया। रामायण प्रेमी नंदलाल श्रीवास, उतरा देवांगन, सौखीलाल पटेल, नरेंद्र यादव, विजय देवांगन, विष्णु साहू, शत्रुघन कश्यप, सिंधू पटेल, रमेश कुमार साहू मानस मंडली द्वारा मानस गायन किया गया।
आयोजन को सफल बनाने आचार्य पं जितेन्द्र तिवारी, रितेश रमण सिंह, छोटू बाबा, मणी लाल कश्यप, जनपद सदस्य श्रीमती पीलीबाई एकादशिया साहू, पितांबर कश्यप, श्रवण कश्यप, नंदलाल श्रीवास, कुंजबिहारी देवांगन, विशेषर साहू, सौखी पटेल, भातमहुलिया यादव, दुजराम कश्यप, नारायण जायसवाल, रामेश्वर साहू, तरुण कहार, योगेश साहू, मोहन साहू, दिलीप दास, राजू कश्यप, हेमंत साहू, पीमेंद्र केवट, बरातूसाहू अनिल साहू, अरुण साहू, आशोक साहू, सीताराम साहू, रामेश्वर साहू, माधव कश्यप, मंतोष केवट, चोवाराम साहू, राज कश्यप, सरोज केवट, हरनारायण केवट, डॉ कुश पटेल, संतोष, सागर, देवांगन जगदीश प्रसाद, कुश लाल, राजू कश्यप, धनसाय साहू, जगदीश साहू, बजरंग साहू, रामू साहू, कौशलेश साहू, सम्मे धीवर एवं समस्त बाजार चौक के श्रद्धालुओं ने अपनी आस्था प्रकट किए।