
शिमला, ३१ अगस्त ।
हिमाचल प्रदेश में बारिश और भूस्खलन का दौर जारी है। इस मानसून सीजन में अब तक 150 लोगों की मौत हो गई है। वहीं मौजूदा समय में 40 सडक़ें यातायात के लिए बंद हैं।राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, 27 जून को मानसून की शुरुआत के बाद से अब तक बारिश से संबंधित घटनाओं में कुल 150 लोगों की मौत हो चुकी है। बारिश के कारण हुई तबाही के कारण राज्य को 1,265 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। वहीं प्रदेश में 40 सडक़ें बंद हैं।जानकारी के अनुसार बारिश और भूस्खलन की घटनाओं से 40 सडक़ें बंद हैं। मंडी में 12, कांगड़ा में दस, कुल्लू में नौ, शिमला में पांच और ऊना, सिरमौर, चंबा और लाहौल और स्पीति में एक-एक वाहनों के आवागमन के लिए बंद हैं, जबकि राज्य में पांच बिजली और 19 जलापूर्ति योजनाएं प्रभावित हैं।
स्थानीय मौसम विभाग ने शनिवार तक मंडी, शिमला और सिरमौर के कुछ हिस्सों में हल्की बाढ़ की चेतावनी दी है और 2 सितंबर को भारी बारिश, आंधी और बिजली गिरने की भविष्यवाणी करते हुए येलो अलर्ट जारी किया है। गुरुवार शाम से 24 घंटों में राज्य के कई स्थानों पर मध्यम बारिश हुई है।सबसे अधिक वर्षा नैना देवी में हुई, जहां 66.8 मिमी बारिश हुई। सुंदरनगर में 47.1 मिमी, जुब्बड़हट्टी में 22.8 मिमी, भरारी में 16.2 मिमी, शिमला में 16 मिमी, बिलासपुर में 15.8 मिमी, मनाली में 15 मिमी, ऊना में 13 मिमी, धर्मशाला में 12 मिमी और कांगड़ा में 10.4 मिमी बारिश दर्ज की गई।हिमाचल में अब तक बारिश में 23 प्रतिशत की कमी आई है। औसत 608.7 मिमी के मुकाबले 467.9 मिमी। गुरुवार को लाहौल और स्पीति का कुकुमसेरी राज्य का सबसे ठंडा स्थान रहा, जहां न्यूनतम तापमान 9.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि बिलासपुर 33.9 डिग्री के साथ सबसे गर्म स्थान रहा।