होटल-रेस्तरां और सार्वजनिक स्थानों पर नहीं परोसा जा सकेगा गोमांस

गुवाहाटी, 0५ दिसम्बर ।
असम सरकार ने बुधवार को बड़ा फैसला किया। राज्य की हेमंत बिस्वा सरकार ने बीफ पर बैन लगा दिया है। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने खुद इसका ऐलान किया। उन्होंने बताया कि हमने फैसला किया है कि किसी भी रेस्तरां या होटल में गोमांस नहीं परोसा जाएगा और साथ ही इसे किसी सार्वजनिक समारोह या सार्वजनिक स्थान पर भी नहीं परोसा जाएगा। दरअसल, असम सरकार की कैबिनेट की आज दिल्ली में बैठक हुई। इस दौरान अन्य मंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े. इस दौरान राज्य में बीफ बैन का फैसला किया। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, हम असम में गोहत्या रोकने के लिए 3 साल पहले कानून लाए थे। इससे गोहत्या रोकने में काफी सफलता मिली है। अब हमने फैसला किया है कि असम में किसी भी रेस्तरां या होटल में गोमांस नहीं परोसा जाएगा और साथ ही इसे किसी सार्वजनिक समारोह या सार्वजनिक स्थान पर भी नहीं परोसा जाएगा, इसलिए आज से हमने होटलों, रेस्तरां और सार्वजनिक स्थानों पर गोमांस की खपत को पूरी तरह से बंद करने का फैसला किया है. पहले हमारा फैसला मंदिरों के पास गोमांस खाने पर रोक लगाने का था लेकिन अब हमने इसे पूरे राज्य में विस्तारित कर दिया है कि आप इसे किसी भी सामुदायिक स्थान, सार्वजनिक स्थान, होटल या रेस्तरां में नहीं खा पाएंगे। हमने जो तीन साल पहले कदम उठाया था। उसे हम और आगे ले जा रहे हैं।
असम सरकार में मंत्री पीजूष हजारिका ने इस फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, मैं असम कांग्रेस को चैलेंज करता हूं कि वे या तो इस फैसले का स्वागत करें या फिर पाकिस्तान जाएं. असम के सीएम ने ये ऐलान ऐसे वक्त पर किया, जब असम में बीफ को लेकर सियासी घमासान जारी है। दरअसल, हाल ही में हुए असम उपचुनाव में बीजेपी और उसके सहयोगियों ने सभी 5 सीटों पर जीत दर्ज की थी। इनमें कांग्रेस की गढ़ मानी जाने वाली मुस्लिम बहुल सामगुरी सीट भी शामिल थी। चुनाव नतीजों के बाद कांग्रेस सांसद रकीबुल हुसैन ने आरोप लगाया था कि बीजेपी ने वोटरों को बीफ पार्टी देकर जीत हासिल की है। इन आरोपों पर मुख्यमंत्री हेमंत सरमा ने पलटवार भी किया था। उन्होंने कहा था कि असम में कांग्रेस अगर लिखकर दे तो मैं बीफ पर बैन लगाने के लिए तैयार हूं।

RO No. 13467/ 8