जांजगीर – चांपा। जिला सहकारी केंद्रीय बैंक द्वारा खेती किसानी के लिए इस वर्ष अपने बैंक शाखाओं के माध्यम से दो अरब रूपये ऋण वितरण का लक्ष्य रखा गया है। जिसमें अब तक 40 हजार किसानों को बिना ब्याज के 1 अरब 36 करोड़ रूपये का ऋण वितरण किया जा चुका है। जबकि पिछले वर्ष 43 हजार किसानों को 1 अरब 88 करोड़ रूपये का ऋण वितरण किया गया था। हालांकि समर्थन मूल्य में की गई धान खरीदी के दौरान किसानों से उस ऋण की 97 प्रतिशत ऋण की वसूली कर ली गई है।
जिला सहकारी बैंक अपनी शाखाओं के माध्यम से हर साल किसानों को खेती किसानी के लिए शून्य प्रतिशत ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध कराया जाता है। प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में सरकार बनने पर किसानों का कर्जा माफ और दो साल का बकाया बोनस राशि देने की घोषणा की थी। सत्ता में आने के बाद ने किसानों का कर्जा माफ कर दिया है।
वहीं किसानों से गत वर्ष की अपेक्षा अधिक धान की खरीदी हुई है। साथ ही धान बेचने वाले किसानों की संख्या के साथ ही लोन लेने वाले किसानों की संख्या भी बढ़ गई है। इस वित्तीय वर्ष 2024 – 25 में खेती किसानी के लिए दो अरब रूपये ऋ ण वितरण का लक्ष्य रखा गया है। उल्लेखनीय है कि पहले किसानों से वसूली को लेकर सहकारी बैंक की शाखाओं के द्वारा सख्त रवैया नहीं अपनाया नहीं जाता था जिसके कारण हर साल किसानों का करोड़ों रुपए बैंक में पिछला बकाया रहता था।
धान खरीदी के दौरान किसानों से लिंकिग के माध्यम से ऋण वसूली की जाती थी मगर इसमें भी दरियादिली दिखाई जाती थी। थोड़ी बहुत लिकिंग की राशि काटने के बाद किसानों को धान का पूरा पैसा दे दिया जाता था जिसकी वजह से फिर सालभर बैंक के कर्मचारी वसूली के लिए किसानों के चक्कर काटते रहते थे। हालांकि पिछले कुछ वर्षों से इस व्यवस्था में बदलाव किया गया है और धान खरीदी के दौरान ही लिकिंग से किसानों से बकाया ऋण की वसूली कर ली जाती है। जिसकी वजह से किसानों से शत -प्रतिशत की वसूली हो पाती है।
धान खरीदी के दौरान लिंकिंग से होगी वसूली
जिला सहकारी केंद्रीय बैंक द्वारा बिना ब्याज के लोन बांटने में इस साल भी जमकर उदारता बरती जा रही है। बैंक को 2 अरब रूपये के ऋ ण वितरण का लक्ष्य मिला है जिसमेंअब तक 40 हजार किसानों को बिना ब्याज के1 अरब 36 करोड़ रूपये का ऋ ण वितरण किया जा चुका है। हालांकि समर्थन मूल्य में की जाने वाली धान खरीदी के दौरान किसानों से लिंकिंग के माध्यम से उसकी वसूली की जाएगी।
पिछले साल से अधिक खाद का वितरण
बैंक को इस वित्तीय वर्ष में 2 अरब के ऋण वितरण का लक्ष्य मिला है। अभी तक जिले करीब 40 हजार किसानों को 1 अरब 36 करोड़ का ऋण वितरण किया जा चुका है। समर्थन मूल्य में धान खरीदी के दौरान किसानों से उस ऋण की वसूली लिंकिंग के माध्यम से की जाएगी।
आर एल तिवारी,नोडल अधिकारी
जिला सहकारी बैंक, जांजगीर