कोरबा। वनमंडल कोरबा के कुदमुरा रेंज में जमे 53 हाथियों के दल में से 11 हाथी बीती रात अलग होकर पसरखेत रेंज अंतर्गत आने वाने ग्राम तरईमाटी पहुंच गए। हाथियों को आज सुबह यहां के जंगल में विचरण करते हुए देखा गया और इसकी सूचना पसरखेत रेंज के अधिकारियों व कर्मचारियों को दी गई जिस पर वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी तत्काल मौके पर पहुंचकर हाथियों की निगरानी शुरू कर दिए हैं। तरईमाटी व आसपास के गांव में वन विभाग द्वारा मुनादी कराकर ग्रामीणों को सतर्क करने का काम शुरू कर दिया गया है। 42 हाथी अभी भी कुदमुरा रेंज में दो अलग-अलग झुंड में घूम रहे हैं। एक झुंड में 18 हाथी है जो जिल्गा व कोल्गा वन परिसर की सीमा पर मौजूद है जबकि 24 हाथी कलमीटिकरा गिरारी व बासिन सर्किल की सीमा पर मंडरा रहे हैं। हाथियों के दल ने लगातार दूसरे दिन आम व कटहल के पौधों को नुकसान पहुंचाया है जिसे ग्रामीणों ने अपने बाड़ी व खेतों में लगा रखा है। वन विभाग द्वारा दोनों ही झुंडों की निगरानी की जा रही है। उधर कटघोरा वनमंडल के जटगा, ऐतमानगर व पसान रेंज में भी हाथी समस्या लगातार जारी है। यहां बड़ी संख्या में हाथी चार अलग-अलग झुंडों में विचरणरत है। इनमें से दो झुंड जटगा रेंज के मातिन व जटगा पहला में है जिसमें हाथियों की संख्या क्रमश: 9 व 7 है। जबकि ऐतमानगर रेंज के मानिकपुर में 7 व पसान रेंज के गाड़ागोड़ा में 2 दर्जन हाथी सक्रिय हैं। हाथियों के दलों ने कोई बड़ा नुकसान नहीं पहुंचाया है फिर भी संबंधित क्षेत्रों के वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी निगरानी को लेकर सतर्क हैं।