
कोरबा। जिले के कटघोरा एवं कोरबा वनमंडल में सक्रिय शताधिक हाथियों ने अब अन्यत्र जाना शुरू कर दिया है। जहां कटघोरा वनमंडल के केंदई एवं पसान रेंज में मौजूद 54 हाथियों में से 11 हाथियों का दल अलग होकर कोरिया डिविजन का रूख कर लिया। वहीं कोरबा वनमंडल के करतला रेंज अंतर्गत बड़मार सर्किल में घूम रहे 31 हाथियों का दल अब रायगढ़ जिले के छाल रेंज पहुंच गया है। हाथियों के दल ने विगत दो दिनों के दौरान क्षेत्र को छोडऩा शुरू किया और छाल रेंज में जाने के बाद एक साथ मिलकर विचरण शुरू कर दिया है। हाथियों ने जाने से पहले बड़मार गांव में उत्पात मचाया और एक दर्जन ग्रामीणों के खेतों में तैयार धान की फसल को रौंद दिया जिससे संबंधितों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है। इस बीच 42 हाथियों का झुंड कटघोरा वनमंडल अंतर्गत पसान रेंज पहुंच गया है। हाथियों के इस झुंड को आज सुबह यहां के हरदेवा गांव में स्थित जंगल में विचरण करते हुए देखा गया। बड़ी संख्या में हाथियों के आने से क्षेत्र के ग्रामीण दहशत में है वहीं वन अमला उसकी निगरानी में जुट गया है। हरदेवा व आसपास के गांव में मुनादी कराने का काम भी शुरू कर दिया गया है।
कापानवापारा गांव में रात भर घूमता रहा लोनर
जहां 42 हाथियों का दल कापानवापारा गांव से हरदेवा पहुंच गया है वहीं एक लोनर हाथी अभी भी यहां मौजूद है। क्षेत्र में मौजूद लोनर बीती रात गांव की बस्ती में घुस गया और रात भर यहां की गलियों में विचरण करता रहा। जिसकी भनक किसी भी ग्रामीण को नहीं लगी। गांव में काफी देर तक भ्रमण करने के बाद सुबह 4 बजे के लगभग जब लोनर ने रोड को पार किया तो क्षेत्र में स्थित ढाबा के चौकीदार ने इसे देखा और ग्रामीणों तथा वन विभाग को इसकी जानकारी दी। राहत की बात यह रही कि लोनर रात भर गांव में घूमा लेकिन किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं पहुंचाया। वर्तमान में यह लोनर गांव के जंगल में विचरणरत है।

























