कोरबा। उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन ने केंद्रीय बजट 2025-26 को आमजन के सशक्तिकरण का प्रतीक बताते हुए कहा कि यह बजट मध्यम वर्गीय परिवारों के उत्थान के प्रति मोदी सरकार की गहरी संवेदनशीलता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि सरकार ने इस बजट के माध्यम से उन परिवारों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता स्पष्ट की है, जो देश के विकास में अहम भूमिका निभाते हैं।
बजट में 12 लाख तक की आय करमुक्त कर मध्यम वर्गीय परिवारों को बड़ी राहत दी गई है। इससे उनके जीवन में आर्थिक स्वतंत्रता, सहजता और समृद्धि के नए द्वार खुलेंगे। यह निर्णय न केवल वित्तीय राहत प्रदान करेगा, बल्कि उनके सामर्थ्य में भी वृद्धि करेगा, जिससे वे अपनी आकांक्षाओं को साकार कर सकेंगे।
वरिष्ठ नागरिकों के लिए कर छूट दोगुनी कर उनके सम्मान को बढ़ाया गया है। वहीं, टीडीएस की सीमा 10 लाख तक बढ़ाने से व्यवसायियों को बेहतर अवसर प्राप्त होंगे। इसके अलावा, चार वर्षों तक आईटी रिटर्न दाखिल करने की सुविधा करदाताओं के लिए कर प्रशासन को सरल और पारदर्शी बनाएगी। बजट में 36 जीवन रक्षक दवाओं पर सीमा शुल्क पूरी तरह समाप्त करने का निर्णय लिया गया है, जिससे स्वस्थ भारत की संकल्पना को बल मिलेगा। साथ ही, सभी सरकारी अस्पतालों में कैंसर डे केयर सेंटर की स्थापना तथा छह जीवन रक्षक दवाओं पर कस्टम ड्यूटी घटाकर 5 प्रतिशत करने की घोषणा की गई है।उद्योग मंत्री ने कहा कि यह बजट समृद्ध, आत्मनिर्भर और वैभवशाली भारत के निर्माण में मील का पत्थर साबित होगा। यह भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ बने मध्यम वर्गीय परिवारों के जीवन को अधिक सुगम और समृद्ध बनाएगा।