
नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया के सिडनी शहर में रविवार को हनुक्का उत्सव के दौरान बोंडी बीच पर उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब दो बंदूकधारियों ने भीड़ पर अंधाधुंध गोलीबारी करनी शुरू कर दी। इस घटना में 12 लोगों की मौत हो गई और कम से कम 29 लोग घायल हो गए।
हनुक्का उत्सव के दौरान हुए हमले में घायलों में दो पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। न्यू साउथ वेल्स पुलिस आयुक्त माल लैन्योन ने इसे ‘आतंकवादी घटना’ घोषित किया है। पुलिस ने एक हमलावर को मौके पर ही मार गिराया, जबकि दूसरे को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार किए गए आतंकी का गंभीर हालत में अस्पताल में इलाज चल रहा है। यह हमला हनुक्काकी पहली मोमबत्ती जलाने के उत्सव के दौरान हुआ। इस समारोह में हजारों लोग शामिल थे, तभी हमलावरों ने राइफल से फायरिंग शुरू कर दी। अफरा-तफरी में लोग इधर-उधर भागने लगे। इस दौरान वहां मौजूद एक युवक ने हमलावर से राइफल छीनने की कोशिश की, जिससे कई लोगों को भागने का मौका मिला।
पीएम ने बताया दुखद
ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज ने इस घटना को भयावह और दुखद बताया। उन्होंने कहा, ‘बोंडी के दृश्य दिल दहला देने वाले हैं। मेरी संवेदनाएं सभी प्रभावितों के साथ हैं।’ पुलिस और आपात सेवाएं मौके पर तुरंत पहुंचीं और घायलों को अस्पताल पहुंचाया। पूरे मामले की जांच जारी है और जनता से शांति बनाए रखने की अपील की गई है।
वही बोंडी बीच पर हुई फायरिंग की घटना पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा दुख जताया है. प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की जनता की ओर से वे उन सभी परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं, जिन्होंने इस हमले में अपने प्रियजनों को खोया है. उन्होंने कहा कि इस दुख की घड़ी में भारत ऑस्ट्रेलिया की जनता के साथ पूरी मजबूती से खड़ा है.
यहूदियों पर क्रूर हमला
इजराइल के राष्ट्रपति हर्जोग ने इस हमले को घिनौना बताया। उन्होंने कहा कि यहूदियों पर क्रूर हमला हुआ है, हमारी संवेदनाएं पीड़ितों के साथ हैं। वहीं, विदेश मंत्री गिदोन साआर ने इसे वर्षों से चल रही यहूदी-विरोधी हिंसा का परिणाम बताया और ऑस्ट्रेलियाई सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग की। इसके अलावा ऊर्जा मंत्री एली कोहेन ने वैश्विक यहूदी-विरोधी भावना से लड़ने की जरूरत पर जोर दिया।


















