जांजगीर – चांपा। प्री बीएड और प्री डीएलएड की परीक्षा 30 जून को दो पालियों में हुई। प्री बीएड के लिए जिले में 33 और प्री डीएलएड के लिए 43 केंद्र बनाए गए थे। प्री बीएड की परीक्षा सुबह 10 से दोपहर 12.15 बजे तक और प्री डीएलएड की परीक्षा दोपहर 2 से शाम 4.15 बजे तक हुई। इस परीक्षा के दोनों पालियों को मिलाकर 16784 परीक्षार्थी उपस्थित थे। जबकि 11661 परीक्षार्थी अनुपस्थित थे।
प्रदेश के बीएड कालेजों में प्रवेश के लिए प्रीडीएड की परीक्षा सुबह की पाली में 33 केंद्रों में हुई। इन केंद्रों में 12 हजार 225 परीक्षार्थी पंजीकृत थे। इनमें से 6738 लोगों ने परीक्षा दी जबकि 5487 परीक्षार्थी अनुपस्थित थे। इसी तरह दोपहर की पाली में प्री डीएलएड की परीक्षा हुई। यह परीक्षा 43 केंद्रों में हुई। पंजीकृत 16 हजार 220 परीक्षार्थियों में से 10 हजार 46 परीक्षार्थी ही शामिल हुए।
जबकि 6174 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। इस परीक्षा के लिए जिला मुख्यालय जांजगीर और चांपा के प्रमुख स्कूल कालेजों के अलावा खोखरा, नवागढ़, कुटरा, तिलई, बनारी, लछनपुर व अन्य गांवों के स्कूल कालेजों को परीक्षा केंद्र बनाया गया था। इस परीक्षा में दोनों पालियों को मिलाकर 16784 परीक्षार्थी उपस्थित थे। जबकि 11661 परीक्षार्थी अनुपस्थित थे। व्यापमं द्वारा फ्री में परीक्षा लिए जाने के कारण बड़ी संख्या में परीक्षार्थी फार्म तो भर देते हैं मगर परीक्षा में शामिल नहीं होते हैं। इससे व्यापमं को अतिरिक्त खर्च उठाना पड़ता है। प्रश्न पत्र , ओएमआर सीट बेकार चले जाते हैं। वहीं अत्यधिक केंद्र बनाए जाने के कारण केंद्राध्यक्ष, आब्जर्वर और वीक्षकों को भी ड्यूटी की राशि भुगतान करना पड़ता है। फार्म भरकर परीक्षा में शामिल नहीं होने वाले परीक्षार्थियों के लिए नियम बनाया जाना चाहिए। परीक्षा के दिन जिला मुख्यालय और चांपा की सडक़ों में परीक्षार्थियों और उनके पालकों की भीड़ रही । जिला मुख्यालय के लिंक रोड में आधा दर्जन से अधिक स्कूलों को परीक्षा केंद्र बनाया गया था।