
पटना। विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के विरोध में जन-जागरूकता के उद्देश्य से कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव के नेतृत्व में रविवार से ”वोटर अधिकार यात्रा” की शुरुआत हो रही है।
25 जिलों की परिक्रमा कर पटना पहुंचेगी यात्रा
यह यात्रा सासाराम से शुरू होगी और 16 दिनों के भीतर 25 जिलों की परिक्रमा कर पटना पहुंचेगी। एक सितंबर को पटना के गांधी मैदान मेंं रैली के साथ इसका समापन होगा। इस दौरान राहुल-तेजस्वी का प्रयास अपनी संभावनाओं की जमीन पर जनमत को रिझाने का हाेगा। SIR एक शानदार मुद्दा मिला हुआ है, इसलिए एक बार फिर उन क्षेत्रों में अपने जनाधार को जाग्रत किया जा रहा, जहां विधानसभा के पिछले चुनाव के साथ लोकसभा के हालिया चुनाव में महागठबंधन का प्रदर्शन अपेक्षाकृत बेहतर रहा था।
इस यात्रा में भाकपा माले महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य सहित महागठबंधन के सभी घटक दलों के बड़े नेता सहभागी होंगे। 16 दिनों की इस यात्रा में तीन दिन ब्रेक (20, 25, 31 अगस्त) है।
उन तीन तारीखों पर राहुल बिहार से बाहर रहेंगे। यात्रा के बाकी दिन वे संभवत: बिहार मेंं ही रहेंगे। यानी कि लगभग 13 दिन वे बिहार में प्रवास करने वाले हैं।
राहुल की राजनीति मेंं लगातार इतने दिनों तक बिहार में रहने का यह पहला उदाहरण होगा। महागठबंधन के लिए बिहार चुनाव के महत्व का आकलन इससे सहजता से किया जा सकता है। इसीलिए राजद और कांग्रेस ने इस यात्रा की सफलता के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रखा है।