कोरबा। खरीफ सीजन मेें दी जाने वाली धान की मुख्य फसल को लेकर औद्योगिक जिले कोरबा में कृषक समुदाय लगातार नई संभावनाएं देख रहा है। वह इस क्षेत्र में और अच्छा प्रदर्शन करने को लेकर प्रयासरत है। शायद यही कारण है कि कृषि ऋण की मात्रा लगातार बढ़ रही है। इस बार 7916.07 लाख रूपए का ऋण सहकारी बैंक की 6 शाखाओं के द्वारा जिले के किसानों को बांटा गया है।
सकल रूप से 21468 किसानों ने सहकारी बैंक से अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए सरकार की योजना के अंतर्गत इस वर्ष वित्तीय सहायता प्राप्त की है। कोरबा स्थित शाखा से 4772 किसानों ने 1663.59 लाख, कटघोरा में 2612 किसानों ने 928.23 लाख पोड़ी उपरोड़ा में 3037 किसानों ने 1104.85 लाख, पाली में 2657 किसानों 922.60 लाख बरपाली में 6562 किसानों ने 2581.63 लाख और दीपका में 1828 किसानों ने 715.17 लाख का ऋण उठाया है। बताया गया कि संपूर्ण ऋण राशि में उपरोक्त 6 शाखाओं में 5783.65 लाख रूपए नगद शामिल है। जबकि वस्तु आधारित ऋण के तौर पर खाद बीज और वर्मीकम्पोस्ट के लिए किसानों को 1815.39 लाख रूपए का ऋण दिया गया है। वहीं बीमा के तौर पर यह राशि 317.04 लाख रूपए है। बताया गया कि कुल वितरित ऋण में धान के बदले अन्य फसल पर ऋण की सुविधा उपलब्ध करायी गई है। इसमें कोरबा शाखा से 5 किसानों से 72 हजार रूपए का ऋण लिया है। जबकि बरपाली में 4 किसानों 34 हजार और दीपका में 9 किसानों के द्वारा 1 लाख 6 हजार का ऋण प्राप्त किया गया है। इससे पहले के वर्षों में ऋण की राशि के आंकड़ें काफी कम थे, जिसमें कई कारणों से बढ़ोतरी होने की बात कही जा रही है। सहकारी बैंक ने संस्थागत ऋण देने के साथ ही इसकी अदायगी के लिए सिस्टम बना रखा है। इसके माध्यम से फसल आने और कीमत का भुगतान होने के साथ अगली व्यवस्थाएं की जाती है।