ट्रक में लोड 22 लाख की 9000 साड़ी जब्त
कोरबा। भले ही कई प्रकार के अभियान के जरिए यह बताने की कोशिश की जा रही है कि मजबूत लोकतंत्र के लिए लोगों का मत बहुत महत्वपूर्ण है और वे इसका मोल समझें। लेकिन ऐसा लगता है कि नेताओं की नजर में वोट बहुत सस्ते हो चुके हैं। 244 रुपए प्रति नग की कीमत वाली साडिय़ों के जरिए वोटर्स साधे जा सकते हैं, इस मंशा के साथ काम हो रहा है। उरगा पुलिस ने बीती रात्रि 9000 साडिय़ां जब्त की है। जिनकी कीमत 22 लाख 500 रुपए आंकी गई। जिनमें गणितीय विश£ेषण के साथ यह तथ्य स्पष्ट हुआ है।
हैरान कर देने वाले मामले चुनावी सीजन में लगातार सामने आ रहे हैं। मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए कई तरह के हथकंडे राजनीतिक दलों के द्वारा अपनाए जा रहे हैं। उरगा पुलिस ने पिछली रात्रि उच्चभट्ठी चेक प्वाइंट पर कार्रवाई करते हुए एक ट्रक को रूकवाया। उसमें से लगभग 22 लाख कीमत की साडिय़ां मिली है। चालक सत्येंद्र यादव निवासी ग्राम पचासा रईडीह जिला नालंदा बिहार के द्वारा दावा किया जा रहा है कि ये साडिय़ां गुजरात ले जाई जा रही थी।
अधिकारियों के मार्गदर्शन में पुलिस अपना काम कर रही है। कई जगह चेक प्वाइंट बनाकर हर तरह की अवैध गतिविधियों की रोकथाम करने का काम जारी है। उरगा थाना प्रभारी युवराज तिवारी ने बताया कि उच्चभ_ी बेरियर के पास बीती रात कार्रवाई की गई। वाहन संख्या सीजी-04 एमएम-1894 को रूकवाया गया। उसमें उपर से तारपोलीन ढंका हुआ था। वाहन चालक से पूछताछ की गई और वाहन की जांच की गई। इस दौरान मालूम चला कि वाहन में 9000 नग साड़ी लोड है। इसे लेकर संतोषजनक जानकारी नहीं दी गई लेकिन बताया गया कि साडिय़ों को गुजरात ले जाया जा रहा है। चुनावी सीजन में इस तरह का मसला स्पष्ट होने पर माना गया कि इसका चुनाव से कनेक्शन हो सकता है। इस आधार पर सामान को जब्त कर लिया गया। इस सिलसिले में सीआरपीसी की धारा 102 के अंतर्गत वाहन और सामान जब्त कर लिया गया। कार्यवाही में उनि नवल साव,प्रधान आरक्षक सुनील पांडे,आरक्षक वीरेंद्र अनंत शामिल रहे।
आखिर गुजरात के कारोबारी क्यों मंगवाएंगे साडिय़ां
पुलिस की जांच में वाहन से बड़ी मात्रा में मिली साडिय़ां और इनकी गुणवत्ता को लेकर कई प्रकार के सवाल खड़े हो गए हैं। खबर के मुताबिक वाहन चालक ने इस तरह का दावा किया कि दूसरे राज्य से साडिय़ां लोड की गई थी और गुजरात ले जाया जा रहा था। खास बात यह है कि देश में साडिय़ों का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य गुजरात है जहां पर सूरत से लेकर कई शहरों में इस पर आधारित फैक्ट्रियां काम कर रही है। उपर से 250 रुपए से कम के स्तर की साडिय़ां गुजरात भेजे जाने का आधार क्या है यह हास्यास्पद होने के साथ-साथ सवाल खड़े करता है।
बिल सही लेकिन मामला संदिग्ध
बेरियर पर जांच-पड़ताल के दौरान चालक सत्येंद्र यादव के द्वारा बिल प्रस्तुत किया गया। इसके साथ ही बताया गया कि साडिय़ों को झारखंड के धनबाद से लोड किया गया था और इन्हें गुजरात ले जाना था। गुजरात जाने के लिए सीधे हाईवे का उपयोग करने के बजाय कोरबा जैसे इलाके में यह वाहन कैसे और क्यों पहुंचा, यह संदिग्ध लगा। इसलिए मामले में कार्रवाई की गई।
युवराज तिवारी, थाना प्रभारी उरगा